
बिलासपुर, 4 नवंबर:छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रविवार देर रात एक बड़ा रेल हादसा हुआ। गेवरा से बिलासपुर आ रही कोरबा पैसेंजर ट्रेन और बिलासपुर से जा रही मालगाड़ी की आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई। हादसा लाल खदान स्टेशन के पास हुआ, जहां दोनों ट्रेनें गलती से एक ही ट्रैक पर आ गईं। इस टक्कर में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई यात्री घायल बताए जा रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब कोरबा-बिलासपुर पैसेंजर ट्रेन गेवरा रोड से बिलासपुर की ओर बढ़ रही थी। उसी समय, सामने से बिलासपुर से मालगाड़ी रवाना हुई। तकनीकी गड़बड़ी या सिग्नल त्रुटि के चलते दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आ गईं और आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज़ थी कि पैसेंजर ट्रेन के इंजन और पहले दो डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। टक्कर के बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई।
रेलवे अधिकारी और प्रशासन मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन, पुलिस और जिला आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंची। आईजी बिलासपुर रेंज ने हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं, घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। रेलवे ने बताया कि क्रेन और गैस कटर की मदद से मलबे में फंसे यात्रियों को निकालने की कोशिश की जा रही है।
रेल सेवाओं पर असर
इस हादसे के चलते बिलासपुर-गेवरा रेल सेक्शन पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। कई ट्रेनें बीच रास्ते में रोक दी गईं या रद्द करनी पड़ीं। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले संबंधित ट्रेनों की स्थिति जांच लें।
रेलवे ने शुरू की जांच
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सिग्नलिंग फॉल्ट या मानव त्रुटि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हादसा रात करीब 11:30 बजे के आसपास हुआ था।
स्थानीय लोगों की मदद
हादसे की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों के लोग भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में मदद करने लगे। स्थानीय लोगों ने घायलों को स्ट्रेचर और अस्थायी वाहनों के ज़रिए सड़क तक पहुंचाने में मदद की।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विश्वभूषण हरिचंदन ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि केंद्र सरकार हादसे में घायल यात्रियों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी। वहीं, मुख्यमंत्री ने बिलासपुर के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और हादसे के कारणों की विस्तृत रिपोर्ट तत्काल मांगी जाए।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा: “घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। फिलहाल प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा और घायलों के इलाज पर दी जा रही है। तकनीकी टीम जांच कर रही है कि दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर कैसे आईं।”



