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Uttarakhand: सीएम धामी ने किया ‘सांसद खेल महोत्सव’ का शुभारंभ — बोले, “प्रदेश में बनेंगी 23 खेल अकादमियां, खेल संस्कृति को मिलेगा नया आयाम”

देहरादून, 27 अक्टूबर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, तपोवन में आयोजित ‘सांसद खेल महोत्सव’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से पूरे देश में यह खेल महोत्सव “फिट इंडिया–स्पोर्ट्स इंडिया–स्ट्रॉन्ग इंडिया” के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का एक महाअभियान बन चुका है।

उन्होंने कहा कि यह पहल देश के गाँवों और छोटे कस्बों में छिपी प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम बनेगी।


तीन चरणों में आयोजित हो रहा उत्तराखंड का सांसद खेल महोत्सव

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि उत्तराखंड में सांसद खेल महोत्सव तीन अलग-अलग चरणों में आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य केवल प्रतिस्पर्धा कराना नहीं, बल्कि स्थानीय, पारंपरिक और लोक खेलों को पुनर्जीवित करना है।
उन्होंने कहा,

“खेल महोत्सव के माध्यम से प्रधानमंत्री का सपना है कि हर गाँव से फिटनेस और खेल संस्कृति की अलख जगाई जाए। यह अभियान नई पीढ़ी को अनुशासन, समर्पण और देशभक्ति के मूल्यों से जोड़ता है।”


उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने रचा इतिहास — 38वें राष्ट्रीय खेलों में जीते 103 पदक

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने पिछले कुछ वर्षों में खेलों के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ी भी अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।

“38वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि राज्य के खेल बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण प्रणाली की सशक्तता का प्रमाण है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उत्तराखंड विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो चुका है।


प्रदेश में 23 नई खेल अकादमियां स्थापित होंगी

मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि राज्य सरकार ‘स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान’ के तहत खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है।

“प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियां स्थापित की जाएँगी। इन अकादमियों में हर वर्ष 920 विश्वस्तरीय एथलीट और करीब 1000 अन्य युवा खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे,”
मुख्यमंत्री ने कहा।

इन अकादमियों में अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएँ, फिटनेस सेंटर, कोचिंग सपोर्ट और प्रदर्शन विश्लेषण तकनीक उपलब्ध कराई जाएँगी।


पहला खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज जल्द

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में हल्द्वानी में उत्तराखंड का पहला खेल विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है, जबकि लोहाघाट में महिलाओं के लिए विशेष स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
उन्होंने कहा कि इन संस्थानों से न केवल खेल प्रतिभाओं को अवसर मिलेगा, बल्कि खेल प्रबंधन, पोषण, मनोविज्ञान और कोचिंग जैसे विषयों में भी युवाओं को करियर के नए रास्ते मिलेंगे।


नई खेल नीति और खिलाड़ियों को विशेष प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार ने राज्य में नई खेल नीति लागू की है, जो खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सुरक्षित भविष्य देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इसके तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को “आउट ऑफ टर्न” सरकारी नौकरी दी जा रही है।
साथ ही कई अभिनव योजनाएँ —

  • मुख्यमंत्री खेल विकास निधि,
  • मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना,
  • मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना, और
  • खेल किट वितरण कार्यक्रम
    राज्य में पहले से प्रभावी रूप से लागू हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा,

“हम चाहते हैं कि कोई भी युवा केवल प्रतिभा की कमी नहीं, बल्कि संसाधनों की कमी के कारण पीछे न रह जाए। हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने का समान अवसर मिलेगा।”


खेल रत्न पुरस्कारों से खिलाड़ियों का सम्मान

राज्य में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए ‘उत्तराखंड खेल रत्न’ और ‘हिमालय खेल रत्न’ पुरस्कार दिए जा रहे हैं। धामी ने बताया कि खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए राजकीय सेवाओं में 4 प्रतिशत खेल कोटा को पुनः लागू किया गया है।

“यह कदम हमारे खिलाड़ियों के परिश्रम और कौशल को मान्यता देने के साथ उन्हें भविष्य की स्थिरता भी प्रदान करेगा,”
मुख्यमंत्री ने कहा।


सांसद नरेश बंसल ने की घोषणाएँ — ‘खेल और शिक्षा का संगम बने तपोवन विद्यालय’

कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि भारत, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि “खेल, शिक्षा और अनुशासन” भारत के भविष्य निर्माण की तीन मजबूत नींव हैं।

सांसद बंसल ने घोषणा की कि राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, तपोवन में

  • वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट के निर्माण के लिए
  • तथा विद्यालय के मेस में फर्नीचर की व्यवस्था के लिए
    वे अपनी सांसद निधि से धनराशि प्रदान करेंगे।

“खेल केवल जीतने का माध्यम नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण का मार्ग है,”
उन्होंने कहा।


“फिट इंडिया–स्पोर्ट्स इंडिया–स्ट्रॉन्ग इंडिया” का मंत्र गाँव-गाँव तक

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खेल महोत्सव प्रधानमंत्री मोदी के उस संकल्प को साकार करता है, जिसमें स्वस्थ शरीर, सशक्त समाज और मजबूत भारत की परिकल्पना है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर जिले में खेल सुविधाओं को विस्तार देने के लिए प्रयासरत है, ताकि प्रत्येक गाँव का बच्चा खेल को अपना जीवन मार्ग बना सके।

“यह अभियान केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि युवाओं में राष्ट्र निर्माण का जोश जगाने का माध्यम है,”
मुख्यमंत्री ने कहा।


कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ,  खजानदास, मेयर देहरादून सौरभ थपलियाल, सीडीओ देहरादून अभिनव शाह, विद्यालय प्रबंधन, छात्र-छात्राएँ और खेल प्रशिक्षक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री और सांसद ने खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन किया। विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर खेल भावना और “फिट इंडिया” के संदेश को जीवंत किया।


खेल संस्कृति की नई पहचान बन रहा उत्तराखंड

उत्तराखंड अब खेलों के क्षेत्र में “उदयमान शक्ति केंद्र” के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। नई खेल नीति, उत्कृष्ट खेल अधोसंरचना, प्रशिक्षण अकादमियों और मुख्यमंत्री धामी की स्पष्ट दृष्टि से राज्य आने वाले वर्षों में “स्पोर्ट्स टूरिज्म” और “यूथ एनर्जी” का केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।

मुख्यमंत्री ने अंत में कहा, “हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में हर उत्तराखंडी युवा अपने अंदर के खिलाड़ी को पहचाने और भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति बनाने में अपना योगदान दे।”

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