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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीपावली महोत्सव-2025 में पत्रकारों संग साझा की खुशियाँ, भविष्य के विकास और स्वदेशी अपनाने का दिया संदेश

देहरादून, 12 अक्टूबर 2025 (रविवार): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देहरादून में आयोजित दीपावली महोत्सव-2025 में हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम उत्तरांचल प्रेस क्लब द्वारा आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान लक्की ड्रॉ विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए और पत्रकारों के समर्पित कार्य तथा समाज में उनकी भूमिका की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरांचल प्रेस क्लब की भूमि आवंटन की प्रक्रिया वर्तमान में पूरी गति से चल रही है। भूमि कार्यवाही पूरी होने के बाद क्लब के लिए भव्य भवन का निर्माण किया जाएगा, जो पत्रकारों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। उन्होंने पत्रकारों को दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और पत्रकारों का जीवन भी दीपावली के दीपकों की तरह है, जो समाज को दिशा दिखाते हैं।


पत्रकारों की भूमिका और सम्मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के पत्रकारों ने राज्य आंदोलन से लेकर वर्तमान तक, प्रदेश के विकास में लेखनी के माध्यम से अहम योगदान दिया है। उन्होंने पत्रकारिता को लोकतंत्र की धुरी बताते हुए कहा कि पत्रकार केवल खबरों को नहीं फैलाते, बल्कि सरकार और जनता के बीच की दूरी को पाटने का काम करते हैं।

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों की समस्याओं और कल्याण के प्रति सरकार की संवेदनशीलता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पत्रकार सुरक्षा, स्वास्थ्य बीमा, आकस्मिक सहायता और आवासीय योजनाओं को लेकर कई कदम उठाए गए हैं। वरिष्ठ पत्रकारों के लिए विशेष सम्मान योजनाएँ चलाई जा रही हैं और पत्रकार पेंशन योजना का बजट 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किया गया है।

इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की बात कही और कहा कि राज्यभर में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने मीडिया केंद्रों के आधुनिकीकरण और प्रेस क्लबों के सशक्तिकरण के महत्व पर भी प्रकाश डाला।


स्वदेशी अपनाने का संदेश

मुख्यमंत्री ने दीपावली के अवसर पर पत्रकारों और आम जनता से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत और विकसित उत्तराखंड के निर्माण में स्वदेशी उत्पादों का महत्त्व अत्यधिक है। उनका मानना है कि देश और राज्य में स्वदेशी अपनाने से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

सरकार और पत्रकारों के बीच सहयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकार सरकार और जनता के बीच सच्चाई और जनहित के पुल हैं। पत्रकारिता केवल राजनीतिक या सामाजिक विषयों के प्रचार-प्रसार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र के जीवित रहने का महत्वपूर्ण माध्यम है। सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने और आम जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुँचाने में पत्रकारों का योगदान अतुलनीय है।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री पत्रकार पेंशन योजना, स्वास्थ्य बीमा और पत्रकारों के लिए विशेष सुविधाएँ, उनके योगदान को मान्यता देने का प्रयास हैं। पत्रकारों को देहरादून आने-जाने की सुविधाएँ, आवासीय प्रबंध और जिला स्तर पर उनकी सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।


कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ अधिकारी और पत्रकार

इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में शामिल थे:

  • विधायक खजान दास
  • आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रुहेला
  • दायित्वधारी हेमराज बिष्ट
  • महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी
  • उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी और महामंत्री सुरेंद्र डसीला

इनके अलावा कई अन्य पत्रकार भी मौजूद रहे और उन्होंने राज्य सरकार की पत्रकारों के कल्याण की दिशा में उठाई जा रही पहलों की सराहना की।


मुख्यमंत्री की दी प्रेरक बातें

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका कार्य केवल सूचना तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में नैतिक और सामाजिक चेतना जागृत करना भी पत्रकारिता का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज को दिशा दिखाते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करते हैं।

उन्होंने कहा,

“जैसे दीपावली के दीपक अंधकार को दूर करते हैं, वैसे ही पत्रकार समाज में जागरूकता और सच्चाई का प्रकाश फैलाते हैं। आप सभी का कार्य समाज के लिए प्रेरक है।”

मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार पत्रकारों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान के लिए निरंतर प्रयास करती रहेगी।

उत्तरांचल प्रेस क्लब द्वारा आयोजित दीपावली महोत्सव-2025 कार्यक्रम ने पत्रकारों के समर्पण, उनके कल्याण और राज्य में उनकी भूमिका को उजागर किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर का उपयोग पत्रकारों को स्वदेशी अपनाने, उनके कल्याण और लोकतंत्र में योगदान की दिशा में मार्गदर्शन देने के लिए किया। इस कार्यक्रम ने स्पष्ट कर दिया कि उत्तराखंड सरकार पत्रकारों को केवल सूचना का वाहक नहीं, बल्कि लोकतंत्र और समाज के संरक्षक के रूप में देखती है।

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