
देहरादून, 18 सितंबर 2025 (सू.वि): देहरादून जनपद में अतिवृष्टि से हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। जिले के मालदेवता, किसनपुरी, बांडावाली, केशरवाला और मसूरी रोड पर कई जगह सड़कें और पुल बह गए। प्रशासन ने प्राथमिकता पर राहत और बचाव कार्य संचालित कर दर्जनों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। अब जिला प्रशासन मूलभूत सेवाओं जैसे बिजली, पानी, सड़क और संचार व्यवस्था बहाल करने में जुट गया है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुधवार को आपदा प्रभावित इलाकों का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लोक निर्माण विभाग और अन्य एजेंसियों को युद्धस्तर पर बहाल कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
अनधिकृत रिजॉर्ट निर्माण पर सख्त कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान डीएम सविन बंसल ने किसनपुर बांडावाली में बड़ा मामला पकड़ा। यहाँ नदी का रुख मोड़कर अनधिकृत एप्रोच और रिजॉर्ट निर्माण किया गया था, जिसकी वजह से भारी बारिश में नदी का बहाव तेज हुआ और करीब 150 मीटर सड़क पूरी तरह बह गई। इससे सरकारी संपत्ति को लगभग 6 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
डीएम ने इस पूरे प्रकरण पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि ऐसे लापरवाह और गैरकानूनी निर्माण के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की संस्तुति कर दी है और साफ कहा कि सरकारी संपत्ति और आम जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सड़कों और पुलों का नुकसान
- मालदेवता-खैरी धनौला मार्ग पर पुल की एप्रोच धंस गई।
- कुमाल्डा-द्वारा झूला पुल का एप्रोच भी पूरी तरह बह गया।
- किसनपुर बांडावाली में 150 मीटर सड़क वॉशआउट हो गई।
- केशरवाला क्षेत्र में भी सड़क का बड़ा हिस्सा मलबे में समा गया।
डीएम ने लोक निर्माण विभाग को तुरंत चैनलाइजेशन और वायरक्रेट लगाकर मार्ग बहाली के निर्देश दिए।
मसूरी क्षेत्र के लिए राहत: रातों-रात वैली ब्रिज तैयार
मसूरी रोड पर कोठालगेट के समीप पुल क्षतिग्रस्त होने से मसूरी क्षेत्र का संपर्क पूरी तरह कट गया था। इससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
डीएम सविन बंसल ने पहले ही दिन से एसडीएम और लोनिवि अधिकारियों को मौके पर तैनात कर दिया और युद्धस्तर पर वैली ब्रिज निर्माण शुरू कराया। लगातार मॉनिटरिंग के बाद आखिरकार रातों-रात ब्रिज तैयार कर दिया गया और फिलहाल हल्के वाहनों की आवाजाही बहाल हो गई है।
इससे मसूरी क्षेत्र की जनता और कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है।
जिला प्रशासन की प्राथमिकता: मूलभूत सेवाएं
रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने के बाद प्रशासन अब मूलभूत सेवाओं को बहाल करने पर पूरी तरह फोकस कर रहा है।
- बिजली विभाग को टूटे हुए पोल और तार दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
- जल संस्थान को पाइपलाइन बहाली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आदेश मिला है।
- सड़क और पुल बहाली के लिए लोक निर्माण विभाग 24 घंटे काम कर रहा है।
- क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) की टीमें दिन-रात फील्ड में तैनात हैं।
डीएम ने साफ कहा है कि प्रभावित लोगों को किसी भी हालत में असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
प्रशासन जनता के साथ
डीएम सविन बंसल ने कहा कि “आपदा की इस कठिन घड़ी में जिला प्रशासन हरदम जनता के साथ खड़ा है। प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं की बहाली है। अनधिकृत निर्माण कर आपदा को बढ़ावा देने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह भी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की मॉनिटरिंग की।
देहरादून में हालिया आपदा ने यह साबित कर दिया है कि अवैध और अव्यवस्थित निर्माण कितने बड़े खतरे का कारण बन सकते हैं। प्रशासन ने जहां तुरंत रेस्क्यू और राहत कार्य संचालित कर लोगों की जान बचाई, वहीं अब अनधिकृत निर्माण पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। डीएम सविन बंसल का सख्त रुख साफ करता है कि जनता की सुरक्षा और सरकारी संपत्ति की रक्षा सर्वोपरि है।