
देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही अतिवृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार देर रात राज्य आपदा परिचालन केंद्र (SEOC) पहुँचे और खुद राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
सीएम धामी ने कहा— “आपदा की इस घड़ी में सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है। राहत-बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जाएगी।”
युद्धस्तर पर जारी राहत अभियान
मुख्यमंत्री धामी ने आपदा कंट्रोल रूम में देर रात बैठक कर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि लापता लोगों की खोज और प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
- सभी जिलों के प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट मोड पर रखा गया।
- SDRF, NDRF, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार फील्ड में काम कर रही हैं।
- प्रभावित इलाकों में राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है, जहाँ भोजन, पानी, चिकित्सा और बिजली सुनिश्चित की जा रही है।
पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह का फोन
मुख्यमंत्री धामी ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे दूरभाष पर बात की और राज्य की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। दोनों नेताओं ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव मदद देगी और आपदा की इस घड़ी में उत्तराखंड के साथ मजबूती से खड़ी है।
आपदा के बाद स्वास्थ्य व पेयजल पर विशेष फोकस
सीएम धामी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि आपदा के बाद फैलने वाली संभावित बीमारियों को लेकर पूरी तरह तैयार रहें।
- दवाइयों और एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीम्स की तैनाती की जाए।
इसी तरह, पेयजल विभाग को निर्देश दिए गए कि जहाँ-जहाँ जल आपूर्ति बाधित हुई है, उसे तुरंत बहाल किया जाए और जल की गुणवत्ता की निरंतर जांच की जाए।
SDRF की सराहना, नागरिक भी होंगे सम्मानित
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में SDRF, पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी और नगर निगम की टीमों की कार्यशैली की सराहना की। उन्होंने कहा कि “ये सभी टीमें समन्वित रूप से काम कर रही हैं और हर संभव मदद पहुँचा रही हैं।”
धामी ने यह भी घोषणा की कि आपदा बचाव में साहसिक कार्य करने वाले नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा ताकि समाज में सेवा और सहयोग की भावना और मजबूत हो।
मौसम विभाग का अलर्ट और सीएम की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 72 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर देहरादून, नैनीताल, टिहरी और पौड़ी में स्थिति और खराब हो सकती है।
सीएम धामी ने निर्देश दिया कि—
- “अगले 3 दिनों तक सभी जिलों में पूरी सतर्कता बरती जाए।”
- मौसम पूर्वानुमान को और अधिक मजबूत किया जाए ताकि प्रभावित क्षेत्रों को समय रहते अलर्ट किया जा सके।
बैठक में उठाए गए अहम कदम
राज्य आपदा परिचालन केंद्र में हुई हाई-लेवल बैठक में राहत कार्यों को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में मौजूद थे:
- कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज
- मुख्य सचिव
- पुलिस महानिदेशक
- प्रमुख सचिव, सचिव आपदा प्रबंधन
- NDRF और SDRF अधिकारी
- वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी और वरिष्ठ अधिकारी
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से सीधे संवाद कर मैदान पर राहत कार्यों की अद्यतन जानकारी ली।
आमजन से अपील
मुख्यमंत्री धामी ने राज्यवासियों से अपील की कि प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा—
“राज्य सरकार हर नागरिक के साथ है। इस संकट की घड़ी में हरसंभव मदद दी जाएगी। सभी लोग धैर्य और संयम बनाए रखें।”
उत्तराखंड इन दिनों अतिवृष्टि और प्राकृतिक आपदा के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। सीएम धामी लगातार सक्रिय हैं और राहत-बचाव कार्यों की सीधे निगरानी कर रहे हैं। केंद्र सरकार भी राज्य के साथ खड़ी है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में मौसम कितना साथ देता है और बचाव कार्य कितनी तेजी से लोगों को राहत पहुँचा पाते हैं।