
नई दिल्ली/लखनऊ: रक्षाबंधन 2025 पूरे देश में भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक बनकर मनाया गया। सुबह से ही मंदिरों, घरों और सामुदायिक केंद्रों में पर्व का उल्लास दिखाई दिया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र की कामना की, वहीं भाइयों ने उपहार देकर बहनों की सुरक्षा का वचन निभाने का संकल्प लिया।
नेताओं ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर शुभकामना संदेश साझा करते हुए लिखा, “रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर सभी देशवासियों को ढेरों शुभकामनाएं। यह पर्व हमारे पारिवारिक मूल्यों और सामाजिक बंधन को और मजबूत करे।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “रक्षाबंधन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह हमारी भारतीय संस्कृति का मूल है, जो बहन-बेटियों के सम्मान और सुरक्षा का संदेश देता है।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि रक्षाबंधन हमें न केवल रिश्तों की मिठास बनाए रखने की प्रेरणा देता है, बल्कि यह महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में सतत प्रयास करने का संकल्प भी है।
सामाजिक और सांस्कृतिक रंग
दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, भोपाल और मुंबई जैसे शहरों में दिनभर रौनक देखने को मिली। बाजारों में राखी, मिठाइयों और उपहारों की खरीदारी के लिए भारी भीड़ उमड़ी। कारीगरों और दुकानदारों के चेहरे पर बिक्री बढ़ने की खुशी साफ झलक रही थी।
रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी भीड़ बढ़ गई क्योंकि बहनें दूर-दराज से अपने भाइयों के पास पहुंचने के लिए यात्रा कर रही थीं।
विशेष पहल और कार्यक्रम
कई राज्यों में प्रशासन ने इस अवसर पर महिलाओं के लिए बसों और मेट्रो में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने रक्षाबंधन पर महिला यात्रियों के लिए निशुल्क यात्रा योजना लागू की, जिसका लाभ हजारों महिलाओं ने उठाया।
सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली, लखनऊ और अन्य बड़े शहरों में पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों, बाजारों और पूजा स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी थी। सीसीटीवी निगरानी और महिला पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई ताकि त्योहार के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
त्योहार की महत्ता
रक्षाबंधन न केवल भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और पारिवारिक मूल्यों की पुनर्स्थापना का भी प्रतीक है। बदलते दौर में भी यह पर्व लोगों के दिलों में उतनी ही श्रद्धा और अपनापन जगाता है, जितना सदियों पहले था।