
देहरादून। राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गुणवत्ता और क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में आईटीडीए (ITDA) एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने आईटी ढांचे को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप उन्नत और मजबूत करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि आईटीडीए को हाइब्रिड मॉडल (SDC + क्लाउड) पर काम करते हुए अपनी कार्यक्षमता बढ़ानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभागों की वेबसाइट्स और मोबाइल एप्लिकेशन आईटीडीए के माध्यम से ही विकसित कराई जाएं। इसके अतिरिक्त, क्लाउड सेवाएं भी आईटीडीए के माध्यम से ही उपलब्ध कराई जाएं, जिससे सिस्टम एकीकृत और सुरक्षित बने।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिन विभागों को अपने कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर डेटा संग्रहण की आवश्यकता होती है, वे अपनी अपेक्षित स्टोरेज आवश्यकताओं की जानकारी आईटीडीए को अग्रिम रूप से उपलब्ध कराएं, ताकि भविष्य में कोई रुकावट न हो। साथ ही उन्होंने “इंस्टीट्यूशनल मेमोरी” को बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि इससे किसी विशेषज्ञ के स्थानांतरण या सेवा निवृत्ति के बाद सिस्टम बाधित नहीं होगा।
बैठक में निदेशक नितिका खंडेलवाल ने बताया कि वर्ष 2018 में स्थापित SDC (State Data Centre) को अब SDC 2.0 में अपग्रेड किया जा रहा है, जिससे डेटा स्टोरेज की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। उन्होंने यह भी बताया कि—
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प्रदेश के सभी जनपद एवं ब्लॉक मुख्यालय 100% SWAN नेटवर्क से जुड़ चुके हैं।
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2036 सरकारी कार्यालय SWAN नेटवर्क से कनेक्ट हैं।
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साइबर सिक्योरिटी प्रणाली लगातार अपग्रेड की जा रही है।
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इन-हाउस सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, UCC, पीएम गतिशक्ति उत्तराखंड, चारधाम डैशबोर्ड, सीएम हेल्पलाइन, ई-ऑफिस एवं अपुणी सरकार पोर्टल का सफल संचालन किया जा रहा है।
इस समीक्षा बैठक में सचिव शैलेश बगोली, नितेश कुमार झा, बृजेश कुमार संत, अपर सचिव रीना जोशी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।