ब्रह्मोस मिसाइल बनी पाकिस्तान के आतंकी अड्डों का काल, यूपी में आज से शुरू होगा निर्माण

नई दिल्ली/लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। इस जवाबी कार्रवाई में भारत ने जिन अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया, उनमें सबसे घातक और चर्चित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी शामिल रही। अब इसी मिसाइल के निर्माण की एक नई इकाई उत्तर प्रदेश में स्थापित की जा रही है, जिसका उद्घाटन आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वर्चुअल माध्यम से करेंगे।
यह नई ब्रह्मोस मिसाइल प्रोडक्शन यूनिट उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (UP Defence Industrial Corridor) का अभिन्न अंग होगी। पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्वयं लखनऊ पहुंचकर इसका उद्घाटन करने वाले थे, लेकिन देश की सामरिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करने का निर्णय लिया है। इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौके पर उपस्थित रहेंगे।
पाकिस्तान ने हाल ही में दावा किया था कि उसने भारत की ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट्स और एयरबेस को तबाह कर दिया है, जिनमें आदमपुर, सिरसा और नगरोटा शामिल थे। लेकिन भारत ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए ठोस सबूत प्रस्तुत किए। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सिरसा और सूरतगढ़ के वायुसेना स्टेशनों की ताजा तस्वीरें सार्वजनिक करते हुए बताया कि इन ठिकानों को कोई क्षति नहीं पहुंची है।
भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस मिसाइल ने अहम भूमिका निभाई। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नौ आतंकी अड्डों को एयर स्ट्राइक के माध्यम से ध्वस्त किया गया, जिनमें से कई पर ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों का उपयोग किया गया था। इसकी गति, मारक क्षमता और सटीकता ने पाकिस्तान को चौतरफा जवाब देने में भारत की सहायता की।
ब्रह्मोस मिसाइल जहां भारत की सामरिक शक्ति का प्रतीक बन चुकी है, वहीं अब इसका उत्पादन उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में शुरू होना राष्ट्रीय सुरक्षा और ‘मेक इन इंडिया’ पहल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इस मिसाइल की निर्माण इकाई भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और निर्णायक कदम साबित होगी।