उत्तर प्रदेश : विधानसभा में संभल हिंसा पर भारी हंगामा, सपा के विधायकों ने कहा BJP राजनीतिक फायदा उठाने के लिए बना रही मुद्दा
विधानसभा में संभल हिंसा को लेकर चर्चा की जा रही है. विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर हिंसा की घटनाओं को लेकर निशाना साधा और चर्चा की मांग की थी. संभल के विधायक इकबाल महबूब ने विधानसभा में संभल हिंसा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बीते 24 नवंबर को जामा मस्जिद का सर्वे शांति पूर्वक हो गया था. इसके बाद भीड़ आई और जामा मस्जिद के सामने जयश्रीराम के नारे लगे. इसकी वजह से शांति व्यवस्था प्रभावित हुई. प्रदेश के अंदर शांति बनाएं रखें.
सपा विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने फायरिंग की जिसमें पांच लोगों की मौत हुई. संभल के सांसद के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई जबकि वो संभल में नहीं थे. 1976 में संभल की जामा मस्जिद में मौलाना को ज़िंदा जला दिया गया था. बीजेपी राजनीतिक फायदा उठाने के लिए संभल का मुद्दा बना रही है.
कांग्रेस की नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा में बहराइच हिंसा और संभल हिंसा का मुद्दा उठाया. बहराइच में पूरी तरह पुलिस और प्रशासन की लापरवाही की वजह से घटना हुई है. बहराइच की घटना की न्यायिक जांच की जानी चाहिए. संभल की घटना को लेकर सीएम को सही जानकारी नहीं दी जा रही है. सच सीएम तक नहीं पहुंच रहा है.
समाजवादी पार्टी के विधायकों और एमएलसी ने सत्र शुरू होने से पहले संभल हिंसा को लेकर विधानसभा परिसर के बाहर भी विरोध-प्रदर्शन किया. संभल के मुद्दे को लेकर योगी सरकार के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विपक्ष के पास नारेबाजी के अलावा कुछ नहीं है. न कोई रचनात्मक विचार, न कोई रचनात्मक कार्य, बस हंगामा और शोर मचाना इनका काम बन गया है. इसके अलावा इनके पास कुछ कहने के लिए नहीं है। सरकार पूरी तरह से तैयार है और हम पूरी जिम्मेदारी के साथ सदन में जवाब देंगे.
सदन में विपक्षी सदस्य हंगामा करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के तहत रखकर प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करने का आग्रह किया.