यह निर्धनता, निरक्षरता से लड़ने से लेकर अंतरिक्ष की खोज की नई ऊचाइयों तक की यात्रा का व्यापक अनुभव प्रस्तुत करता है: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु
उपराष्ट्रपति ने आज प्रधानमंत्री संग्रहालय में 90 मिनट व्यतीत किए
भारत के उपराष्ट्रपति तथा राज्य सभा के सभापति श्री एम. वेंकैया नायडु ने कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक में स्वतंत्रता के बाद से देश की सफल लोकतांत्रिक यात्रा तथा इसके सामाजिक-आर्थिक रूपांतरण का व्यापक अनुभव प्रस्तुत कराने के द्वारा उनमें गर्व की भावना का संचार करता है।
एम. वेंकैया नायडु ने अपनी पत्नी ऊषा नायडु के साथ नेहरू मेमोरियल संग्रहालय एवं पुस्तकालय (एनएमएमएल) में स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया तथा आज तक की भारत की यात्रा पर ऑडियो-विजुअल प्रस्तुतियों के विभिन्न घटकों को बहुत उत्सुकता के साथ देखते हुए 90 मिनट व्यतीत किया।
उपराष्ट्रपति ने आज पत्नी के साथ प्रधानमंत्री संग्रहालय का अवलोकन किया
आगंतुक पुस्तिका में अपनी टिप्पणी लिखते हुए, नायडु ने कहा, ‘‘संग्रहालय हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व में विविधता को प्रदर्शित करता है तथा उसका सम्मान करता है और इस तरह समावेशन का संदेश भेजता है जोकि हमारे जैसे जीवंत लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है। यह प्रदर्शनी हमारे देश के रूपांतरण के माध्यम से प्रत्येक नागरिक को निर्धनता, निरक्षरता से लड़ने से लेकर अंतरिक्ष की खोज की नई ऊचाइयों तक की यात्रा का व्यापक अनुभव प्रदान कराने के जरिये उन्हें अवश्य प्रेरित करेगी।‘‘
एनएमएमएल की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और एनएमएमएल की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. ए सूर्य प्रकाश ने प्रधानमंत्री संग्रहालय के विभिन्न घटकों की व्याख्या की तथा श्री एम. वेंकैया नायडु के कुछ प्रश्नों के उत्तर दिए।
श्री नायडु ने यह भी कहा कि आगंतुकों को आधुनिक, प्रौद्योगिकी आधारित संग्रहालय का उदात्त अनुभव “अनिवार्य रूप से राष्ट्र के लिए उनके गौरव को बढाएगा तथा उन्हें उन विशाल कदमों के लिए तैयार करेगा जो राष्ट्र आगे आने वाले वर्षों में राष्ट्रों के समूह के बीच शीर्ष स्थान पर पहुंचने के लिए उठाएगा।”
श्री नायडु ने एक फेसबुक पोस्ट में संग्रहालय के अपने अनुभव का उल्लेख किया तथा प्रत्येक नागरिक से प्रेरणा प्राप्त करने के लिए तथा गर्व की भावना से भरने के लिए इसका अवलोकन करने का आग्रह किया।
उपराष्ट्रपति सिमुलेटेड हेलिकॉप्टर की सवारी से विशेष रूप से रोमांचित थे जिसके जरिये राष्ट्रीय राजमार्गों, लंबे पुल और सुरंगें, स्मार्ट सिटीज जैसी विभिन्न मेगा अवसंरचना परियोजनाओं के विस्तार तथा देश के विभिन्न हिस्सों में प्रगतिशील अन्य नई परियोजनाओं को प्रदर्शित करते हुए भारत के भविष्य में झांका गया था।
प्रधानमंत्री संग्रहालय में स्वतंत्रता-पूर्व की प्रमुख घटनाओं, 18वीं शताब्दी में देश की समृद्धि और उसके बाद की ब्रिटिश विरासत, संविधान निर्माण, पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह तक 14 प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल के दौरान आई चुनौतियों का सामना तथा अर्जित उपलब्धियों का वर्णन प्रस्तुत किया गया है।
इस संग्रहालय को इस वर्ष 14 अप्रैल को आम जनता के लिए खोला गया था। नेहरू मेमोरियल संग्रहालय एवं पुस्तकालय की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष श्री नृपेंद्र मिश्रा, एनएमएमएल की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. ए सूर्य प्रकाश, उपराष्ट्रपति के सचिव श्री आई वी सुब्बा राव, एनएमएमएल के निदेशक श्री संजीव नंदन सहाय, प्रधानमंत्री संग्रहालय की मुख्य क्यूरेटर सुश्री गौरी कृष्णन एवं अन्य व्यक्ति भी इस यात्रा के दौरान उपस्थित थे।