उत्तर प्रदेश के बलिया में दोनों किडनी फेल हो जाने से डायलसिस पर जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे गरीब मरीज ने दो यूनिट खून के लिए पुलिस से गुहार लगाई थी। जिस पर खून देने SP एस आनंद, ASP सहित पुलिस अमला जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचा। एसपी और उनकी पत्नी ने खून देकर मरीज की जान बचाई। मरीज के पत्नी ने कहा जब अपने खून के रिश्तों ने खून देने से मना किया तो SP साहब ने खून देकर उनके पति की जान बचाई। उसने पुलिस को धन्यवाद दिया। SP एस आनंद ने कहा पुलिस के पास वही व्यक्ति आता है जो किसी चीज से पीड़ित होता इसलिए पुलिस के पास मानवीय संवेदना आम आदमी से कुछ ज्यादा होती है।
इमरजेंसी वार्ड में जिंदगी और मौत से जूझ रहा यह गरीब मरीज सतेंदर यादव है पकड़ी थानां क्षेत्र का रहने वाला है। सतेंदर की दोनों किडनी पिछले दो सालों से खराब हो चुकी है जिसे महीने में दो बार डायलसिस कराना पड़ता है। मरीज की पत्नी की माने तो देर रात उनके पति की तबियत ज्यादा खराब हो गई तो डॉक्टर ने दो यूनिट ब्लड लाने को कहा। लेकिन किसी ने भी उन्हें खून नहीं दिया तब खुद SP साहब आकर खून देने को तैयार हो गए। पुलिस ने खून देकर उनके पति की जान बचाई है जिसके लिए वह पुलिस को धन्यवाद देते नहीं थक रही है। सतेंदर की पत्नी ने रोते हुए बताया कि पति की जान बचाने के लिए अपनी जमीन बेचकर अब तक उसके इलाज में 16 लाख रुपये लगा चुकी है।