
हिमाचल प्रदेश/ उत्तराखंड: हिमांचल प्रदेश के सोलन और हमीरपुर जिलों में रविवार को बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जबकि शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बारिश के कारण हुईं घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई. बाढ़ और भारी बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा तथा मकान और वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा बाढ़ के पानी में कई मवेशी बह गए. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रविवार को हमीरपुर और शिमला जिले में एक-एक व्यक्ति डूब गए.
बारिश ने 11 मकानों और वाहनों के साथ-साथ चार गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचाया. पिछले 24 घंटों में राज्य को अनुमानित 78 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, चंबा और कुल्लू जिलों में अचानक बाढ़ आने की संभावना के कारण फसलों, फलों के पेड़ों और अन्य पौधों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने 26 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने जबकि 27-29 जून तक गरज के साथ बौछारें पड़ने के साथ आंधी चलने संबंधी ‘येलो’ अलर्ट भी जारी किया है.
वही उत्तराखंड में भरी बारिश से कंचनगंगा में मलबा भरने के कारण करीब 40 मीटर सड़क बह गई कोतवाल बद्रीनाथ कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि “यहां पर लगभग 40 मीटर सड़क बह गई है. बीआरओ की मशीनें सड़क खोलने में लगी हुई हैं. भट्ट ने बताया कि लगभग 10000 से अधिक तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ में रोक दिया गया है. वहीं कंचनगंगा की दूसरी तरफ पांडुकेश्वर की ओर भी गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई है. उन्होंने कहा कि बीआरओ अभी सड़क खोलने में लगा हुआ है और इसमें एक से डेढ़ घंटे का समय लग सकता है.