
न्यूयॉर्क: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर वीडियो सम्मेलन के माध्यम से लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज योग एक वैश्विक आंदोलन बना है, यह पूरे संसार को जोड़ता है. उन्होंने कहा कि आज भारतीय समय के अनुसार शाम करीब 5:30 बजे संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में जो योग कार्यक्रम हो रहा है, मैं उसमें शामिल होऊंगा. भारत के आह्वान पर दुनिया के 180 से ज्यादा देशों का एक साथ आना, ऐतिहासिक है.
'व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं'- अर्थात, योग से, व्यायाम से हमें स्वास्थ्य, आयुष और बल मिलता है।
योग, एक ऐसे स्वस्थ और सामर्थ्य शाली समाज का निर्माण करता है, जिसकी सामूहिक ऊर्जा कई गुना ज्यादा हो जाती है।
-पीएम मोदी
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— BJP (@BJP4India) June 21, 2023
पीएम ने कहा कि 2014 में जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस का प्रस्ताव आया, तब रिकॉर्ड देशों ने इसका समर्थन किया था. तभी से लेकर आज तक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जरिए योग एक वैश्विक आंदोलन बन गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल योग दिवस के कार्यक्रमों को ‘ओशन रिंग ऑफ योगा’ ने और विशेष बना दिया है. इसका विचार, योग के विचार और समुद्र के विस्तार के पारस्परिक संबंध पर आधारित है.
उन्होंने कहा कि हमारे ऋषियों ने योग को परिभाषित करते हुए कहा है कि जो जोड़ता है वो योग है. इसलिए योग का ये प्रसार उस विचार का विस्तार है जो पूरे संसार को एक परिवार के रूप में समाहित करता है. योग के विस्तार का अर्थ है वसुधैव कुटुंबकम की भावना का विस्तार. इसलिए इस साल भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी20 समिट की थीम भी वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर रखी गई है. आज दुनिया में करोड़ों लोग ‘योगा फॉर वसुधैव कुटुंबकम’ की थीम पर एक साथ योग कर रहे हैं.