
दिल्ली: एक जनवरी 2018 से एक दिसंबर 2023 तक देश भर में कुल 3351 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल्स (AR) के जवानों ने अपनी जान गंवाई. इसमें से 275 जवान कार्रवाई में मारे गए और 3076 ड्यूटी पर मारे गए. यह जानकारी गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा को लिखित जवाब में दी. इससे पहले गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में जानकारी देते हुए कहा था कि ड्यूटी पर शहीद हुए सीएपीएफ और असम राइफल्स के शहीद जवानों के परिजनों को दिए जाने वाली केंद्रीय अनुग्रह राशि एक जनवरी 2016 से 15 लाख रुपये से बढ़ाकर 35 लाख रुपये कर दी गई थी.
वहीं बात करें ड्यूटी पर शहीद होने की तो उस पर 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपए करदी गई थी. उन्होंने कहा था कि केंद्रीय सिविल सेवा नियम, 1939 के तहत शहीद जवानों के परिजन लाभों के उदारीकृत परिवार पेंशन पाने के हकदार हैं. आगे मंत्री ने बताया था कि 2016 से लेकर 2020 तक ड्यूटी के दौरान जिन 355 जवानों ने जान गंवाई उनमें सबसे अधिक 209 जवान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से थे. मंत्री नित्यानंद राय की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, बीएसएफ के 78, आईटीबीपी के 16, सशस्त्र सीमा बल के आठ, सीआईएसएफ के सात और असम राइफल्स के 37 जवानों ने शहादत दी थी.