उत्तरकाशी धराली आपदा : मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, त्वरित राहत कार्य जारी
विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम रवाना, अस्पतालों में बेड आरक्षित, चिकित्सकीय अवकाश पर रोक 108 एंबुलेंस सेवा हाई अलर्ट पर, जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष सक्रिय, लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई : डॉ. आर. राजेश कुमार

देहरादून | 05 अगस्त, 2025: उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव में सोमवार को बादल फटने से उत्पन्न भीषण प्राकृतिक आपदा के मद्देनज़र राज्य सरकार पूर्णतः सतर्क और सक्रिय है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित चिकित्सा सहायता की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए आपातकालीन कार्ययोजना को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
मुख्यमंत्री स्वयं राहत और बचाव कार्यों की निरंतर निगरानी कर रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं, ताकि ज़रूरतमंदों तक तत्काल मदद पहुँचाई जा सके।
विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम रवाना
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि आपदा की गंभीरता को देखते हुए सर्जन, निश्चेतक, फिजीशियन व आर्थोपेडिक विशेषज्ञों की टीम धराली क्षेत्र के लिए तत्काल रवाना की गई है। टीम का संचालन गढ़वाल मंडल के निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा किया जा रहा है, जिन्हें इस आपदा हेतु नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
अस्पतालों में बेड आरक्षित, चिकित्सकीय अवकाश पर रोक
राज्य के सभी प्रमुख चिकित्सालयों को निर्देशित किया गया है कि वे गंभीर रूप से घायल मरीजों के उपचार हेतु बेड आरक्षित रखें। साथ ही, सभी चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों के अवकाशों पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
यह भी सुनिश्चित किया गया है कि औषधियों, सर्जिकल सामग्री और अन्य जरूरी उपकरणों की कोई कमी न हो।
108 एंबुलेंस सेवा हाई अलर्ट पर
धराली और आस-पास के प्रभावित क्षेत्रों में 108 एंबुलेंस सेवा को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके माध्यम से घायलों को त्वरित प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने और उन्हें निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष दल गठित किए गए हैं।
आसपास के जनपदों से भी अतिरिक्त एंबुलेंस की व्यवस्था कर प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है।
जिला स्तरीय आपात नियंत्रण कक्ष स्थापित
उत्तरकाशी जनपद में 24×7 सक्रिय आपात नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो स्वास्थ्य विभाग के राहत कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग करेगा। यह नियंत्रण कक्ष स्थानीय प्रशासन, अस्पतालों व एंबुलेंस नेटवर्क के बीच समन्वय स्थापित कर रहा है ताकि हर स्तर पर शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित हो सके।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि यह समय मानवीय संवेदना और प्रशासनिक तत्परता दिखाने का है। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मियों से पूर्ण निष्ठा व सक्रियता की अपेक्षा जताते हुए चेतावनी दी कि
“किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर कठोर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।”