SCO समिट में आतंकवाद पर क्यों नहीं बना साझा बयान? विदेश मंत्रालय ने दी अहम जानकारी

नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की हालिया बैठक, अमेरिका द्वारा भारत को लेकर जारी यात्रा सलाह, और पश्चिम एशिया से भारतीय नागरिकों की वापसी अभियान को लेकर बुधवार को कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि भारत ने आतंकवाद पर अपना स्पष्ट रुख रखा, लेकिन एक सदस्य देश की असहमति के चलते SCO में इस मुद्दे पर साझा बयान (जॉइंट स्टेटमेंट) नहीं जारी हो सका।
आतंकवाद पर भारत का अडिग रुख
प्रवक्ता जायसवाल ने बताया कि रक्षा मंत्री ने 25-26 जून को आयोजित SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कहा, “हमने आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा और स्पष्ट स्टैंड लिया। लेकिन एक सदस्य देश की असहमति के कारण इस मुद्दे पर सामूहिक बयान जारी नहीं किया जा सका।” हालांकि भारत ने अपने एकल वक्तव्य में आतंकवाद के विरुद्ध कड़ा रुख दोहराया।
अमेरिकी यात्रा एडवाइजरी पर स्पष्टीकरण
प्रवक्ता ने अमेरिका द्वारा भारत को लेकर जारी हालिया यात्रा एडवाइजरी पर कहा कि ऐसी एडवाइजरीज़ समय-समय पर आती रहती हैं। उन्होंने बताया, “भारत पहले से ही ‘लेवल 2’ की श्रेणी में है और इसमें कोई नया बदलाव नहीं किया गया है।” विदेश मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत इस मुद्दे को लेकर चिंतित नहीं है।
ऑपरेशन सिंधु: एक सफल अभियान
रणधीर जायसवाल ने “ऑपरेशन सिंधु” की सफलता के लिए विभिन्न सहयोगी देशों को धन्यवाद दिया। 18 जून को शुरू किए गए इस अभियान के अंतर्गत पश्चिम एशिया के संघर्षग्रस्त क्षेत्रों से हजारों भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया। प्रवक्ता ने बताया कि “ईरान ने भारतीय मूल के लोगों को निकालने के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोला, जिसके लिए हम उनके आभारी हैं।” इसके अतिरिक्त तुर्कमेनिस्तान, जॉर्डन और मिस्र की सरकारों को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया।
40,000 भारतीय इजरायल में, हजारों की सकुशल वापसी
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि इजरायल में फिलहाल लगभग 40,000 भारतीय मूल के लोग निवास कर रहे हैं। अब तक 3,426 लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है, जिनमें 11 ओसीआई कार्डधारक, 9 नेपाली, 4 श्रीलंकाई और एक ईरानी नागरिक शामिल हैं, जिनकी पत्नी भारतीय मूल की हैं। मंत्रालय ने बताया कि नागरिकों को कुल 15 उड़ानों के माध्यम से निकाला जाएगा, जिनमें से 14 उड़ानें पूरी हो चुकी हैं और अंतिम उड़ान आर्मेनिया से रवाना हो चुकी है।
इजरायल का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण 818 भारतीयों को जॉर्डन और मिस्र के रास्ते चार वैकल्पिक उड़ानों से वापस लाया गया।
भारत ने SCO मंच पर आतंकवाद के मुद्दे पर सख्त स्टैंड कायम रखते हुए दिखाया कि वह अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करता, भले ही इससे जॉइंट स्टेटमेंट न बन पाए। साथ ही, ऑपरेशन सिंधु जैसी योजनाबद्ध निकासी कार्रवाइयाँ दर्शाती हैं कि विदेश मंत्रालय तेजी से बदलते अंतरराष्ट्रीय हालातों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।