
देहरादून, 28 मई 2025: देशभर में कोरोना संक्रमण के मामूली पुनः प्रसार को देखते हुए उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में अब अलग से फ्लू ओपीडी (Out Patient Department) संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं, जहां खांसी, जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीजों की जांच और उपचार अलग से किया जाएगा। यह निर्णय संभावित संक्रमण की रोकथाम और मरीजों की बेहतर स्क्रीनिंग के मद्देनजर लिया गया है।
दून मेडिकल कॉलेज में जल्द शुरू होगी फ्लू ओपीडी
राज्य के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सालय, दून मेडिकल कॉलेज, में भी अलग फ्लू क्लीनिक जल्द ही शुरू किया जाएगा। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने बताया कि इसी सप्ताह से फ्लू ओपीडी का संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा, जिससे सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अलग से देखा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि, “फ्लू क्लीनिक में आने वाले सभी मरीजों की आरटी-पीसीआर और एलाइजा जांच निशुल्क की जाएगी और अस्पताल के पास पर्याप्त मात्रा में जांच किट उपलब्ध हैं।”
कोरोना से निपटने के लिए तैयार दून अस्पताल
डॉ. गीता जैन ने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में कोरोना संक्रमण का कोई सक्रिय मामला नहीं है, फिर भी अस्पताल पूरी तरह अलर्ट है। कोरोना संक्रमण की आशंका को ध्यान में रखते हुए 20 आईसीयू बेड और 10 पीडियाट्रिक बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। संक्रमण की स्थिति में तत्काल इलाज सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल प्रशासन पूरी तैयारी में है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार सामने आ रहा ओमिक्रोन JN.1 वेरिएंट अपेक्षाकृत कम घातक है। अब तक की रिपोर्ट्स में कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं, फिर भी सभी सरकारी गाइडलाइनों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।
देशभर में 1000 से अधिक एक्टिव केस, उत्तराखंड में अब तक 3 मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारत में वर्तमान में 1009 सक्रिय कोरोना मरीज हैं, जिनमें से 752 मामले 19 मई के बाद दर्ज किए गए हैं। राहत की बात यह है कि 305 मरीज ठीक भी हुए हैं, हालांकि अब तक 7 मौतें भी दर्ज की गई हैं। केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात जैसे राज्यों में मामले अपेक्षाकृत अधिक हैं।
उत्तराखंड में अब तक 3 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं, जो अन्य राज्यों से लौटे थे। स्वास्थ्य विभाग उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और निगरानी कर रहा है।
सरकार की अपील: लक्षण नजर आएं तो तुरंत अस्पताल जाएं
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को खांसी, बुखार या सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण महसूस हों तो वे तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल जाकर फ्लू ओपीडी में जांच कराएं। जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क होगा।