उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के अंतर्गत आज बेंगलुरु में आयोजित रोड शो में उत्तराखण्ड सरकार तथा राज्य में निवेश हेतु उत्साहित विभिन्न क्षेत्रों की 18 कंपनियों के मध्य कुल 4600 करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए। इस अवसर पर निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि वर्ष 2000 में पृथक राज्य गठन के पश्चात उत्तराखण्ड राज्य ने वैश्विक स्तर पर अपनी एक पहचान स्थापित की है। उत्तराखण्ड न केवल देश में, अपितु विश्व में भारत के स्विटजरलैण्ड के नाम से विख्यात है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड भी फार्मा हब के रूप में प्रतिष्ठित हो रहा है। उत्तराखण्ड राज्य में देहरादून, हरिद्वार तथा पन्तनगर में फार्मा इकाईयों की भी काफी संख्या में क्लस्टर के रूप में स्थापना हुई है, जिनमें एकम्स एण्ड ड्रग्स, मेन-काइण्ड एस्कंग फार्मा प्रा० लि० प्रमुख हैं। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि “राज्य गठन के पश्चात् हमने उत्तराखण्ड को आयुष के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने का लिया है। इसके माध्यम से आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को प्रमुखता प्रदान करते हुये पर्यटकों को इन उपचारों का लाभ उठाने का अवसर उपलब्ध होगा”।
उन्होंने आगे कहा कि “उत्तराखण्ड राज्य में रेल, सड़क एवं हवाई कनेक्टीविटी में लगातार सुधार हो रहा है। उत्तराखण्ड राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निकट होने के कारण व्यापार और वाणिज्यिक हब और पड़ोसी राज्यों के साथ उत्कृष्ट कनेक्टीविटी का अतिरिक्त लाभ भी ले रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रचुर मात्रा में जल संसाधनों की उपलब्धता, देश में सबसे कम औद्योगिक विद्युत टैरिफ के साथ राज्य उद्योगों को स्थापित करने और उसके परिचालन हेतु एक सक्षम वातावरण प्रदान करने में अन्य सभी राज्यों से बहुत आगे है”। इस अवसर पर सचिव शैलेश बगौली, डॉ बी वी आर सी पुरुषोत्तम, डॉ पंकज कुमार पांडे तथा भारी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के निवेशक एवं उद्योगपति मौजूद रहे ।