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Uttarakhand: खटीमा में युवक की हत्या के बाद तनाव: चाकूबाजी में तुषार शर्मा की मौत, शहर में आगजनी और तोड़फोड़; धारा 163 लागू

खटीमा (उधम सिंह नगर)। उधम सिंह नगर जिले के खटीमा शहर में शुक्रवार देर रात एक युवक की मौत के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों के बीच हुई चाकूबाजी में 24 वर्षीय युवक की मौत से आक्रोश फैल गया, जिसके बाद शनिवार को शहर में विरोध प्रदर्शन, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। हालात को काबू में करने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े और पूरे खटीमा नगर क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।

रोडवेज स्टेशन पर हुआ विवाद, चाकूबाजी में गई जान

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 10 बजे खटीमा रोडवेज बस स्टेशन परिसर में पुरानी रंजिश को लेकर दो गुटों के बीच पहले कहासुनी हुई, जो कुछ ही देर में हिंसक झड़प में तब्दील हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच चाकूबाजी शुरू हो गई।

इस घटना में 24 वर्षीय तुषार शर्मा (पुत्र मनोज शर्मा), 23 वर्षीय सलमान (पुत्र शब्बू, निवासी पकड़िया) और 21 वर्षीय अभय (पुत्र कन्हैया लाल) गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल तीनों घायलों को उप जिला चिकित्सालय, खटीमा पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान तुषार शर्मा ने दम तोड़ दिया।

मृतक तुषार शर्मा पीलीभीत रोड स्थित एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्यरत था। वहीं सलमान और अभय की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार सलमान की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।

मौत की खबर से भड़का आक्रोश, बाजार बंद और प्रदर्शन

तुषार शर्मा की मौत की खबर फैलते ही शनिवार को खटीमा शहर का माहौल बिगड़ गया। आक्रोशित लोगों और कुछ हिंदू संगठनों ने शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान बाजार बंद कराए गए और कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की।

स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान में आग लगा दी। इसके अलावा कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की कोशिश भी की गई। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सख्ती के चलते बड़ी आगजनी और व्यापक नुकसान होने से पहले ही हालात पर काबू पा लिया गया।

दुकान में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया, जिसने समय रहते आग पर काबू पा लिया।

भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज

प्रदर्शन के दौरान जब कुछ युवकों ने जुलूस निकालने और माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, तो पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई। पुलिस अधिकारियों ने साफ किया कि किसी भी हाल में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।

धारा 163 लागू, भारी पुलिस बल तैनात

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने खटीमा शहर में बीएनएस धारा 163 लागू कर दी है। इसके तहत शहर में चार से अधिक लोगों के एक साथ एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही खटीमा के मुख्य चौक, रोडवेज बस अड्डे और अन्य संवेदनशील स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

एहतियात के तौर पर आसपास के थानों से भी अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई है। इसके अलावा पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) के जवानों को भी शहर में तैनात किया गया है।

फ्लैग मार्च, प्रशासन खुद मैदान में

हालात को काबू में रखने के लिए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी खुद सड़कों पर उतरे। एसडीएम तुषार सैनी और पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) विमल रावत ने पुलिस बल के साथ शहर में फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

एसडीएम तुषार सैनी ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है और किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।

पुलिस का बयान: आरोपी जल्द गिरफ्त में

पुलिस क्षेत्राधिकारी विमल रावत ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बीती रात दो गुटों के बीच हुई लड़ाई और चाकूबाजी में एक युवक की मौत हुई है, जबकि दो अन्य घायल हैं। उन्होंने कहा—

“पुलिस ने घटना के तुरंत बाद कार्रवाई शुरू कर दी थी। मामले में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

अफवाहों से बचने की अपील

प्रशासन ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से फैलने वाली अफवाहों को लेकर भी सतर्कता बरतने को कहा है। पुलिस सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए है और भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

स्थिति फिलहाल नियंत्रण में

अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में खटीमा शहर में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था को ढीला नहीं किया गया है। प्रशासन का कहना है कि शांति भंग करने की किसी भी कोशिश पर सख्ती से निपटा जाएगा।

निष्कर्ष

खटीमा में हुई यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि छोटी-सी रंजिश कैसे बड़े हिंसक रूप में बदल जाती है और पूरे शहर की शांति को प्रभावित कर देती है। एक युवक की जान जाने के बाद न सिर्फ एक परिवार उजड़ा, बल्कि कानून व्यवस्था भी चुनौती के दौर से गुजर रही है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस आरोपियों को कितनी जल्दी गिरफ्तार कर पाती है और क्या शहर में स्थायी शांति बहाल हो पाती है।

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