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उत्तराखंड सरकार का बड़ा ऐक्शन: त्योहारों पर मिलावटखोरों पर शिकंजा, नकली पनीर फैक्ट्री पर छापा

देहरादून, 27 सितम्बर। त्योहारी सीजन में खाद्य वस्तुओं में मिलावट की बढ़ती शिकायतों के बीच उत्तराखंड सरकार ने सख्ती दिखाते हुए प्रदेशभर में बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने विशेष अभियान चलाया है, जिसके तहत दर्जनों प्रतिष्ठानों की जांच, नमूना संग्रहण और अनुचित खाद्य सामग्री की जब्ती की गई है।

स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि आमजन को सुरक्षित व गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी कीमत पर मिलावटखोरी बर्दाश्त न की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।


कुमाऊँ मंडल में सघन जांच, 200 नमूने लिए गए

विशेष अभियान के तहत कुमाऊँ मंडल के नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चम्पावत जिलों में गहन निरीक्षण किए गए। इस दौरान लगभग 200 खाद्य नमूने जांच हेतु एकत्र किए गए।

निरीक्षण के दौरान 100 किलो से अधिक अनुचित और खराब गुणवत्ता की खाद्य सामग्री जब्त कर नष्ट की गई। कुल मिलाकर 252 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया और दोषी पाए गए कारोबारियों पर आवश्यक विधिक कार्रवाई शुरू की गई।

सिर्फ कार्रवाई ही नहीं, बल्कि जागरूकता पर भी बल दिया गया। करीब 180 खाद्य कारोबारियों को खाद्य सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे खुद भी मानकों को समझें और सुरक्षित खाद्य उत्पादन व बिक्री की दिशा में कदम बढ़ाएं। नवरात्रि जैसे बड़े पर्व को देखते हुए व्यापारियों व संगठनों के बीच गोष्ठियां आयोजित की गईं, जिनमें मिलावटखोरी से बचने और गुणवत्तापरक सामग्री उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया।


गढ़वाल मंडल में निरीक्षण और सैंपलिंग

गढ़वाल मंडल में भी खाद्य सुरक्षा टीमों ने मोर्चा संभाला।

  • उत्तरकाशी: 08 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण, 02 नमूने लिए गए।
  • टिहरी: 02 निरीक्षण।
  • रुद्रप्रयाग: 03 निरीक्षण।
  • चमोली: 04 निरीक्षण।
  • देहरादून: 03 निरीक्षण, 02 नमूने लिए गए।
  • हरिद्वार: 02 निरीक्षण।
  • पौड़ी: 03 निरीक्षण।
  • श्रीनगर: सबसे बड़ी कार्रवाई, जहाँ 18 निरीक्षण किए गए और 11 नमूने संकलित किए गए

इसके अलावा नैनीताल (गढ़वाल सीमा क्षेत्र) से भी 02 नमूने जांच हेतु लिए गए।


हरिद्वार में नकली पनीर पर बड़ा छापा

त्योहारी सीजन में दूध और पनीर की खपत में वृद्धि को देखते हुए विभाग ने विशेष फोकस डेयरी उत्पादों पर रखा। इसी कड़ी में हरिद्वार जिले के भगवानपुर ब्लॉक के नन्हेड़ा अनंतपुर गांव में नकली पनीर बनाने वाले प्रतिष्ठान पर बड़ा छापा मारा गया।

कार्रवाई का नेतृत्व उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत ने किया। टीम में अभिहित अधिकारी हरिद्वार महिमानंद जोशी, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेन्द्र पांडे (रुड़की), खाद्य सुरक्षा अधिकारी पवन कुमार (भगवानपुर) और पुलिस बल शामिल थे।

छापेमारी के दौरान खाद्य कारोबारी आलिम ने खुद स्वीकार किया कि वह मिल्क पाउडर और वनस्पति तेल से नकली पनीर बनाता था और उसे जमाने के लिए एसिड का प्रयोग करता था। अधिकारियों ने मौके से पनीर और दूध के नमूने संग्रहित कर जांच के लिए भेजे। प्रतिष्ठान पर आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

विशेषज्ञों के अनुसार, एसिड और नकली पदार्थों से तैयार पनीर मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है और इससे गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।


सरकार का सख्त संदेश

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि सरकार की नीति साफ है – त्योहारों के मौके पर मिलावटखोरों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान केवल खानापूर्ति नहीं है, बल्कि निरंतर और सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे खाद्य सामग्री खरीदते समय सतर्क रहें, गुणवत्ता की जांच करें और किसी भी तरह की मिलावट की आशंका होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।


क्यों जरूरी है यह अभियान?

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में हर साल त्योहारी सीजन में दूध, मावा, मिठाई और तेल जैसी खाद्य वस्तुओं की खपत कई गुना बढ़ जाती है। इसी मांग का फायदा उठाकर कई असामाजिक तत्व नकली और घटिया सामान बाजार में उतार देते हैं।

  • नकली दूध और पनीर से बच्चों और बुजुर्गों में पेट व किडनी की बीमारियां हो सकती हैं।
  • मिलावटी मिठाइयों और तेल से हृदय रोग और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
  • प्लास्टिक और रासायनिक रंगों से बनी मिठाइयाँ स्वास्थ्य को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकती हैं।

ऐसे में सरकार का यह कदम न केवल उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा करेगा, बल्कि ईमानदार कारोबारियों के हितों की भी रक्षा करेगा।

उत्तराखंड सरकार की यह सख्त पहल त्योहारों पर मिलावटखोरी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चलाया गया यह अभियान आमजन को भरोसा दिलाता है कि सरकार उनकी सेहत और सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

हरिद्वार में नकली पनीर फैक्ट्री पर छापा और कुमाऊँ व गढ़वाल मंडलों में बड़े पैमाने पर निरीक्षण ने मिलावटखोरों के बीच खलबली मचा दी है। आने वाले दिनों में यह अभियान और अधिक तेज होगा ताकि उत्तराखंड के लोग त्योहारों का आनंद शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री के साथ मना सकें।

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