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भारत न्यूक्लियर धमकी से डरने वाला नहीं”: ऑपरेशन सिंदूर पर बोले अमित शाह, कहा– पाकिस्तान को घुसकर मारा गया

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गांधीनगर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पाकिस्तान के खिलाफ हाल में अंजाम दिए गए “ऑपरेशन सिंदूर” पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत अब किसी न्यूक्लियर धमकी से डरने वाला देश नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए की गई थी, और इसमें आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया गया।

गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में शाह ने कहा,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। हमने 100 किलोमीटर तक घुसकर आतंकियों के शिविर नष्ट किए हैं। आज पाकिस्तान भारत से भयभीत है।

“ऑपरेशन सिंदूर”: आतंकवाद पर निर्णायक वार

शाह के अनुसार, “ऑपरेशन सिंदूर” के अंतर्गत भारतीय वायुसेना और विशेष बलों ने पाकिस्तान के भीतर 9 प्रमुख आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग सेंटर सक्रिय थे।

उन्होंने कहा कि इस सर्जिकल अभियान में आम नागरिकों को कोई क्षति नहीं पहुंचाई गई और यह ऑपरेशन रणनीतिक रूप से केवल आतंक के बुनियादी ढांचे को खत्म करने पर केंद्रित था।

हमने पाकिस्तान के एयरबेस को तहस-नहस कर दिया, लेकिन जनता को नुकसान नहीं पहुँचाया। यह हमारी सटीक और मानवतावादी सैन्य नीति का परिचायक है।

न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को ठुकराया गया

केंद्रीय गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग की नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा।

भारत अब 2000 के दशक वाला देश नहीं है। आज हम आतंक और परमाणु धमकियों का जवाब अपने तरीके से देते हैं।

शाह ने कहा कि इस बार का जवाब इतना निर्णायक था कि “दुनिया हैरान और पाकिस्तान डरा हुआ है।”

ऑपरेशन का नाम खुद पीएम मोदी ने रखा

अमित शाह ने जानकारी दी कि इस अभियान का नाम “ऑपरेशन सिंदूर” खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तय किया। यह नाम भारत की वीरता और निर्णायक कूटनीति का प्रतीक बन चुका है।

गांधीनगर में 708 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उद्घाटन

इस अवसर पर अमित शाह ने गांधीनगर के वावोल में नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया और 708 करोड़ रुपये की लागत वाले विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। इसके अलावा उन्होंने डाक विभाग के लाभ वितरण कार्यक्रम में भी भाग लिया।

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