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आंध्र प्रदेश की अनकापल्ली जेल से दो कैदी फरार, हथौड़े से वार्डन पर हमला कर मचाई अफरातफरी

पुलिस ने गठित की विशेष टीमें, आसपास के इलाकों में जारी सघन तलाशी अभियान

अनकापल्ली (आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले की चोडावरम उप-जेल से दो कैदी फरार हो गए, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना सोमवार देर रात की है, जब जेल की रसोई में तैनात कैदी नक्का रविकुमार ने अचानक जेल कर्मचारियों पर हमला कर दिया। इसी दौरान एक अन्य कैदी बेजवाड़ा रामू ने भी मौके का फायदा उठाकर जेल से भागने में सफलता पा ली। दोनों की तलाश में पुलिस ने बड़े स्तर पर अभियान शुरू कर दिया है।


हमला और भागने की पूरी घटना कैमरे में कैद

जेल प्रशासन के मुताबिक, नक्का रविकुमार जेल की रसोई में ड्यूटी पर था। अचानक उसने मुख्य वार्डन पर हथौड़े से हमला कर दिया। हमले में वार्डन के सिर पर गंभीर चोट आई और वह मौके पर गिर पड़े। इसके बाद जेल परिसर में अफरातफरी मच गई।
घायल वार्डन से चाबियां छीनकर नक्का रविकुमार ने जेल का मुख्य द्वार खोला और बाहर निकल गया। इसी बीच रसोई में मौजूद दूसरा कैदी, बेजवाड़ा रामू, भी भागने में सफल हो गया। पूरी घटना जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई है, जिसके आधार पर पुलिस जांच कर रही है।


फरार कैदी कौन हैं?

  • नक्का रविकुमार: पेंशन राशि के गबन के मामले में जेल में बंद था।
  • बेजवाड़ा रामू: चोरी के आरोप में रिमांड कैदी के तौर पर जेल में था।

दोनों को फिलहाल अदालत से कोई स्थायी सज़ा नहीं मिली थी, बल्कि वे न्यायिक हिरासत में थे। पुलिस को शक है कि दोनों ने फरारी की योजना पहले से बनाई थी और जेल में सुरक्षा की किसी बड़ी चूक का फायदा उठाया।


पुलिस ने शुरू किया व्यापक सर्च ऑपरेशन

अनकापल्ली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुहिन सिन्हा ने बताया कि फरार कैदियों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
उन्होंने कहा—

“हमारी टीमें लगातार सर्च अभियान चला रही हैं। दोनों कैदी पैदल ही भागे हैं, किसी वाहन का इस्तेमाल नहीं किया है। इस वजह से हमें भरोसा है कि जल्द ही दोनों को पकड़ लिया जाएगा।”

पुलिस ने आसपास के गांवों और संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि दोनों कैदी बाहर भाग न सकें।


जेल सुरक्षा पर उठे सवाल

इस घटना के बाद आंध्र प्रदेश की जेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि कैदी को हथौड़ा कहां से मिला और उसे रसोई तक कैसे पहुंचाया गया?
जेल अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि हथौड़ा जेल के अंदर कैसे पहुंचा। साथ ही सुरक्षा खामियों की पहचान कर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए हैं।


इलाके में बढ़ी दहशत

दोनों कैदियों के फरार होने के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें डर है कि कहीं अपराधी आसपास छिपे न हों।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि वे नक्का रविकुमार और बेजवाड़ा रामू को देखते हैं या उनके बारे में कोई जानकारी मिलती है तो तुरंत नज़दीकी थाने को सूचित करें।


पुरानी घटनाओं की याद

यह कोई पहली बार नहीं है जब आंध्र प्रदेश में जेल से कैदियों के फरार होने की घटना सामने आई हो। इससे पहले भी विभिन्न जिलों में सुरक्षा में ढील और निगरानी की कमी के कारण ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य सरकार को जेलों में सुरक्षा उपकरणों को अपग्रेड करने, कर्मचारियों को आधुनिक प्रशिक्षण देने और सीसीटीवी निगरानी को और सख्त बनाने की जरूरत है।


सरकार और जेल विभाग की प्रतिक्रिया

जेल विभाग ने मामले को गंभीरता से लिया है और फरार कैदियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। वहीं राज्य सरकार ने घटना पर रिपोर्ट तलब की है और दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।

आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले की चोडावरम उप-जेल से दो कैदियों का फरार होना न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैदी किस तरह जेल के भीतर भी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना सकते हैं।
अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन कितनी जल्दी इन दोनों फरार कैदियों को पकड़कर जनता की चिंता दूर करता है और जेल सुरक्षा व्यवस्था को कैसे मजबूत करता है।

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