
पटना: बिहार की राजधानी पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नदवा गांव में हुए भाई-बहन की निर्मम हत्या के मामले में पटना पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। दोनों नाबालिग भाई-बहन को किरासन तेल डालकर जिंदा जला दिया गया था। इस जघन्य हत्याकांड के पीछे प्रेम-प्रसंग की गहरी साजिश सामने आई है। मामले में मुख्य आरोपी शुभम कुमार और उसके सहयोगी रोशन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पहले ईंट से मारा, फिर जलाया जिंदा
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हत्या की यह घटना सोची-समझी साजिश थी। शुभम ने एक दुकान से किरासन तेल खरीदा और रोशन के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। दोनों आरोपी रात में पीड़ित के घर पहुंचे। जब भाई सो रहा था, शुभम ने पहले उसे ईंट से कुचलकर मार डाला। इसके बाद लड़की को भी मौत के घाट उतारा और दोनों पर किरासन तेल डालकर आग लगा दी। फिर दरवाजा बाहर से बंद कर आरोपी फरार हो गए।
“अगर वो मेरी नहीं हो सकती तो किसी की नहीं होगी”
जांच में सामने आया कि मृतका और शुभम स्कूल के समय से प्रेम संबंध में थे। लेकिन परिवार की असहमति के कारण उनका रिश्ता टूट गया। हाल ही में शुभम को पता चला कि लड़की किसी और के संपर्क में है, जिससे वह बुरी तरह बौखला गया और बदला लेने की ठान ली। पुलिस के मुताबिक, शुभम ने अपने दोस्त रोशन के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की और एक हफ्ते तक मौके की तलाश करता रहा।
रोशन ने मिलाया था दोनों को, हत्या में निभाई भूमिका
बताया जा रहा है कि रोशन और मृतका एक ही क्लास में पढ़ते थे और रोशन ने ही शुभम और लड़की की दोस्ती कराई थी। इस घटना में रोशन ने शुभम को सहयोग किया और साक्ष्य छिपाने में मदद की। किरासन तेल खरीदने वाले दुकानदार से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। आरोपी का घर घटनास्थल से महज 3-4 किलोमीटर दूर है।
माले विधायक गोपाल रविदास पर भी दर्ज हुआ केस
इस पूरे मामले में एक और बड़ा मोड़ तब आया जब पुलिस ने भाकपा-माले विधायक गोपाल रविदास के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया। हालांकि अभी तक उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के पीछे की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
इलाके में सनसनी, पुलिस कर रही चार्जशीट की तैयारी
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत और गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोग इस नृशंस हत्या से स्तब्ध हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए SIT का गठन किया था और अब चार्जशीट की तैयारी की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही जा रही है।