मुंबई: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विधानसभाओं और संसद में कामकाज के दौरान व्यवधान पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि जन प्रतिनिधियों से अपेक्षा की जाती है कि वे चर्चा और संवाद के माध्यम से समस्याओं का हल निकालें और भविष्य की चुनौतियों का समाधान खोजें.
मुम्बई में वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित पहले राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए बिरला ने कहा कि विधायी निकायों के कामकाज को गरिमापूर्ण तरीके से संचालित किया जाना चाहिए. उन्होंने सदनों में हंगामे और व्यवधान की घटनाओं को चिंता का विषय बताया और कहा, ‘‘ सुनियोजित तरीके से हंगामा करना, नारेबाजी और सदन को स्थगित करना हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है जिससे लोकतंत्र की गरिमा कम होती है.”