
कर्नाटक चुनाव को लेकर प्रचार के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में मतदान की तारीख को नजदीक आता देख राजनीतिक पार्टियों के बीच तीखी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे ने पीएम को लेकर टिप्पणी की थी. जिसका बाद में बीजेपी ने जमकर विरोध किया था. चुनावी भाषण में इस तरह के बयान को लेकर अब चुनाव आयोग ने भी आपत्ति जताई है. मंगलवार को आयोग ने कहा कि हमें चुनावी भाषण के दौरान हमेशा मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए.
चुनाव आयोग ने प्रचार अभियान के दौरान इस तरह की भाषा के इस्तेमाल पर कड़ा एतराज जताया है. आयोग ने कहा कि चुनाव में सभी पार्टी अपने स्टार कैंपेनर को ही प्रचार के लिए भेज रहे हैं. लेकिन किसी स्टार कैंपेनर से इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कहीं से भी सही नहीं है. आयोग ने कहा कि इस तरह के भाषणों की वजह से संबंधित पार्टी को लेकर जनता के बीच भी सही छवि नहीं बनती है. ऐसे में हमें चाहिए हम ऐसे बयानों से बचें.