
नई दिल्ली :भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच देश भर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। बीती रात भारत द्वारा पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमले के बाद आज पूरे दिन देश में हाई लेवल बैठकों का दौर चल रहा है। राजधानी दिल्ली से लेकर सीमावर्ती राज्य तक सरकार और सेना की रणनीतिक तैयारी ज़ोरों पर है।
रातभर चला जवाबी हमला, पाक के कई शहरों को नुकसान
22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत कई ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। पाकिस्तान ने जवाबी मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। अब सीमा पर गंभीर सैन्य हलचल देखी जा रही है।
🔸 तीनों सेनाध्यक्ष पहुंचे साउथ ब्लॉक
सशस्त्र बलों की गतिविधियों की समीक्षा के लिए सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख आज साउथ ब्लॉक पहुंचे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों से अलग-अलग बैठकें कीं।
🔸 एनएसए डोभाल की पीएम मोदी से संभावित मुलाकात
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्थिति की विस्तृत जानकारी देंगे। सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में आगे की रणनीति को लेकर निर्णय हो सकता है।
🔸 संयुक्त प्रेस वार्ता की तैयारी
रक्षा और विदेश मंत्रालय की एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी की जा रही है, जिसमें बीती रात के सैन्य ऑपरेशनों की विस्तृत जानकारी दी जा सकती है।
सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी की आड़ में 10–12 आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को बीएसएफ ने विफल कर दिया।
सीमावर्ती गांवों में बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। सेना और स्थानीय प्रशासन ने राहत केंद्र स्थापित किए हैं।
जम्मू-कश्मीर के सलाल बांध के तीन गेट खोले जाने से चिनाब नदी के रास्ते पाकिस्तान में जल प्रबंधन की चुनौती पैदा हो सकती है।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज तटीय सुरक्षा को लेकर नेवी और एजेंसियों के साथ आपात बैठक की।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ाने और सभी सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए।
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पंजाब में अमृतसर एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, ग्रामीणों को भी सतर्क किया गया है।
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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू का दौरा करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले नाकाम रहे हैं, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
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अमेरिका, चीन और अन्य अंतरराष्ट्रीय पक्षों की प्रतिक्रियाओं पर भी कूटनीतिक हलकों में करीब से निगरानी रखी जा रही है।
भारत ने पाकिस्तान के आतंकी हमलों का संगठित और निर्णायक जवाब देकर यह स्पष्ट कर दिया है कि अब हर हमले का जवाबी प्रभाव भी गंभीर होगा। दिल्ली से लेकर सीमाओं तक की हलचल यह संकेत दे रही है कि देश हर स्थिति से निपटने को तैयार है, परंतु राजनीतिक नेतृत्व शांति और संतुलन बनाए रखने के प्रयास में भी सक्रिय है।