
शिक्षा संकाय में साप्ताहिक सामुदायिक कार्यशाला का आयोजन सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में 27 सामुदायिक कार्यशाला का उद्घाटन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर भीमा मनराल की अध्यक्षता तथा कार्यशाला समन्वयक डॉ रिजवाना सिद्दीकी के तत्वाधान में किया गया, कार्यशाला के प्रथम दिवस के अवसर पर विषय विशेषज्ञ एवं अतिथि व्यख्याता विधि संकाय अल्मोड़ा के प्रोफेसर एस डी शर्मा द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न व्यावहारिक पहलुओं को विद्यार्थियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया तथा बीएड के नए प्रारूप की रूपरेखा विद्यार्थियों के समक्ष रख कर अवगत कराया गया
कार्यशाला के द्वितीय दिवस पर मित्र पुलिस अल्मोड़ा के अधिकारी सुश्री ओशीन जोशी द्वारा घरेलू हिंसा महिला सशक्तिकरण विषय एवं एसओजी प्रभारी अल्मोड़ा श्री सुनील धानिक द्वारा साइबर अपराध, तथा एंटी नार्कोटैस्ट फोर्स प्रभारी श्री सौरभ भर्ती द्वारा नशा उन्मूलन तथा यातायात के नियमों पर गंभीर चर्चा की गई
कार्यशाला के तृतीया दिवस पर अतिथि व्यख्याता अस्सिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ रीतू जैन द्वारा ऑनलाइन माध्यम से जोड़कर बीएड के विद्यार्थियों को आत्म जागरूकता तथा महिला जागरूकता के विषय में चर्चा कर अपने जीवन के वास्तविक अनुभव को साझा करते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई जिसमें उनके द्वारा विद्यार्थियों को स्वयं के प्रति जागरूक रहने के सुझाव दिए गए
कार्यशाला के चतुर्थ दिवस पर पॉलीथिन उनमूलन जागरूकता कार्यक्रम का क्रियावयन रामलीला मैदान ग्राम ख़ातियाडी में किया गया, इस अवसर पर बीएड के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड नाटक तथा फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता के माध्यम से ग्रामीण ब्यक्तियों को जागरूक किया गया कार्यशाला में अतिथि व्यख्याता वरिष्ठ क्षयरोग अधिकारी अल्मोड़ा डॉ प्रांशु डेनियल द्वारा महिला स्वास्थ्य विषय पर चर्चा की गई, चिकित्सा अधिकारी डॉ पूनम भट्ट ने क्षयरोग के विषय में ग्रामीण व्यक्तियों तथा विद्यार्थियों को जागरूक किया वरिष्ठ स्वास्थ्य पर्यवेक्षक श्री आनंद मेहता द्वारा क्षयरोग के उपचार के साथ साथ स्वस्थ्य से जुड़े गंभीर विषय पर वार्ता की,
इसके साथ ही मनोरमा डबराल जन कल्याण समिति- उत्तराखंड से आये अतिथि व्यख्याता मास्टर ट्रेनर प्राकृतिक खेती श्री भास्करानंद द्वारा उत्तराखंड में में प्राकृतिक खेती के महत्व को बताया गया , समिति के मुख्य सलाहकार आनंद सिंह बिष्ट द्वारा कृषि में शिक्षा का महत्व बताते हुए फसलों की पैदावार हेतु उचित सुझाव दिए गए मुख्य सयोंजिका महिला श्रीमती भावना तिवारी द्वारा कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को उजागर किया गया जिसके माध्यम से समस्त ग्रामीणों व विद्यार्थियों को बताया गया कि किस प्रकार हम अपने पर्यावरण व कृषि को संरक्षित करने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं
कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों में सामुदायिक भावना का विकास करने के लिए विभिन्न गतिविधियां कराई गई इस कार्यक्रम में समस्त प्राध्यापक डॉ संगीता पवार ,डॉ नीलम, डॉ देवेंद्र चमियाल, सुश्री अंकिता,सुश्री सरोज जोशी , डॉ संदीप पांडे, डॉ ममता कांडपाल, ललिता रावल, मनोज कुमार तथा समस्त बीएड एवं एमएड के विद्यार्थी मौजूद रहे कार्यशाला में आयोजित फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करता निकिता द्वितीय स्थान प्राप्त करता जयश्री तथा तृतीय स्थान प्राप्तकर्ता शोभा को पुरस्कृत किया गया |