
रुद्रप्रयाग, 16 जून 2025 — केदारनाथ से लौटते समय गौरीकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर हादसे में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के बेस मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशल पाठक के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों पर गंभीर लापरवाही और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन का आरोप है।
डीजीसीए और यूकाडा की एसओपी के उल्लंघन का मामला
पुलिस की प्रारंभिक जांच और परिजनों की शिकायत के आधार पर यह सामने आया कि दोनों अधिकारियों ने डीजीसीए (DGCA) और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UOCADA) द्वारा निर्धारित स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) का पालन नहीं किया। उनके द्वारा उड़ान पूर्व मौसम जांच, तकनीकी जांच, और पायलट फ्लाइट लॉग निरीक्षण जैसे जरूरी मापदंडों की अनदेखी की गई, जिससे 7 लोगों की दुखद मृत्यु हुई।
7 जून की सुबह लगभग 5:30 बजे आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा था, जब वह गौरी माई खर्क के पास जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में पायलट और छह यात्रियों की मृत्यु हो गई। मृतकों में एक बच्चा और बीकेटीसी का कर्मचारी भी शामिल था।
एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय कोंडे ने बताया कि कोतवाली सोनप्रयाग में मृतकों के परिजनों की शिकायत पर मु.अ.सं. 28/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 एवं वायुयान अधिनियम की धारा 10 के अंतर्गत विकास तोमर व कौशिक पाठक के खिलाफ अभियोग दर्ज किया गया है।
इस कार्रवाई के साथ सरकार और प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि हवाई सुरक्षा मानकों की अवहेलना करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हादसे की उच्चस्तरीय जांच, एसओपी का पुनः निर्धारण, और कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर की स्थापना का काम पहले ही शुरू किया जा चुका है।