
इंडिया स्मार्ट सिटीज़ अवार्ड कॉन्टेस्ट के चौथे संस्करण में इंदौर ने 100 स्मार्ट सिटी की सूची में प्रथम स्थान प्राप्त कर इसका अवार्ड जीत लिया है। ये अवार्ड साल 2022 के नतीजों के आधार पर घोषित किए गए हैं। वहीं सूरत और आगरा भी ज्यादा पीछे नहीं रहें और इन्हें दूसरा और तीसरा स्थान मिला है। 25 अगस्त यानी शुक्रवार को ये परिणाम घोषित किए गए। इन परिणामों के मुताबिक मध्य प्रदेश सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ता के रूप में पहले स्थान पर है तो वहीं तमिलनाडु दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और राजस्थान दोनों ही राज्य सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ता के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। 2022 में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए इंदौर शहर को कुल 6 पुरस्कार मिलें। इसके बाद दूसरे स्थान पर 4 पुरस्कार के साथ आगरा है। सूरत, अहमदबाद और चंडीगढ़ 3-3 पुरस्कार के साथ तीसरे स्थान पर हैं। दिल्ली का NDMC क्षेत्र केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है और स्मार्ट सिटी के लिए चयनित नगर निगम क्षेत्रों में से एक है। मगर इस क्षेत्र को 12 विभिन्न श्रेणियों में से एक भी पुरस्कार नहीं मिला है।
India’s cleanest city for 6 years also secures the top position in #ISACAwards2022!
Surat follows at the 2nd Position & historic city of Agra at 3rd Place!Heartiest congratulations on this remarkable performance!@narendramodi@ChouhanShivraj @Bhupendrapbjp @myogiadityanath pic.twitter.com/LpQ5XGRkkS
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 25, 2023
इंदौर ने नेशनल स्मार्ट सिटी का अवार्ड जीतकर एक किर्तीमान स्थापित किया है। मगर क्या आप जानते हैं कि इंदौर को किन-किन क्षेत्रों के लिए अवार्ड दिया गया है। अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं। इस खबर में हम आपको पूरी जानकारी देंगे। इंदौर शहर को सैनिटेशन के क्षेत्र में पहला पुरस्कार दिया गया है। आपको बता दें कि गोवर्धन बायो सीएनजी प्लांट के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। हर घर में रोज 500 टन गीला कचरा निकलता है जिससे हर रोज 17 हजार किलो बायो सीएनजी और 100 टन जैविक खाद बनाया जाता है।
इंदौर में सबसे ज्यादा एयर क्वालिटी में सुधार देखने को मिला जिस कारण इंदौर को पहला पुरस्कार दिया गया है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर अहिल्या वर्टिकल गार्डन बनाने के कारण वहां एयर क्वालिटी में सुधार देखने को मिला है। ये गार्डन शहर के नदी और नालों के पुलों पर जाली लगाकर बनाए गए हैं। सरस्वती-कान्ह रिवर फ्रंट के अंतर्गत इंदौर में कान्ह नदी के किनारों को सजाया गया है। नदी के किनारों पर रंग-बिरंगी लाइटें और पानी के फव्वारों को लगाया गया है जिस कारण ये बहुत ही सुंदर दिखते हैं। इसके अलावा कोविड इनोवेशन, बिल्ड एनवायरनमेंट और इकोनॉमी के लिए इंदौर को दूसरा स्थान दिया गया है।