
पणजी/शिरगांव: गोवा के शिरगांव गांव में मंगलवार को श्री लैराई देवी की वार्षिक जात्रा के दौरान हुए भगदड़ में अब तक 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है, जबकि 30 अन्य श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ जब मंदिर परिसर में भारी भीड़ एक साथ उमड़ पड़ी और स्थिति बेकाबू हो गई।
यह भगदड़ उस समय हुई जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री लैराई मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ पड़े। हालांकि स्थानीय प्रशासन और पुलिस की ओर से आयोजन को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे, लेकिन अचानक भीड़ के दबाव और अव्यवस्था के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
बताया जा रहा है कि आयोजन स्थल पर भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष पुलिस टीमों की तैनाती की गई थी और निगरानी के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया गया, बावजूद इसके हादसा हो गया। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और भगदड़ के असल कारणों की तलाश की जा रही है। मृतकों की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है।
श्री लैराई जात्रा गोवा की प्रमुख धार्मिक परंपराओं में से एक है, जो हर साल भक्ति और आस्था के माहौल में मनाई जाती है। शिरगांव गांव में स्थित श्री लैराई देवी मंदिर को स्थानीय लोगों की कुलदेवी माना जाता है। इस अवसर पर गांव को फूलों और रंग-बिरंगी सजावट से सजाया जाता है। मोगरा के फूलों की माला देवी को अर्पित करने की विशेष परंपरा है। श्रद्धालु उपवास रखते हैं और पैदल यात्रा कर मंदिर पहुंचते हैं।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि भगदड़ किसी संगठनात्मक चूक का परिणाम थी या भीड़ के अचानक बेकाबू होने की वजह से घटी। हालांकि, घटना ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि क्या इतने बड़े धार्मिक आयोजन के लिए प्रशासन की तैयारियां पर्याप्त थीं।