हाथरस में 6 साल की मासूम की हत्या से सनसनी: 33 वर्षीय महिला और नाबालिग प्रेमी ने रिश्ते का राज छुपाने के लिए लिया मासूम का जीवन
धार्मिक अनुष्ठान के बीच लापता हुई बच्ची, कुएं से बोरे में बरामद हुआ शव, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

हाथरस (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से एक ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के मऊ चिरायल गांव में 6 साल की मासूम बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी गई। आरोप किसी अजनबी पर नहीं, बल्कि गांव की ही 33 वर्षीय महिला और उसके नाबालिग प्रेमी पर लगा है। बच्ची को इसलिए मौत के घाट उतार दिया गया क्योंकि उसने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था।
धार्मिक अनुष्ठान से अचानक लापता हुई बच्ची
3 सितंबर को गांव के श्रीकृष्ण उर्फ स्वामी के घर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन चल रहा था। इसी दौरान उनकी 6 वर्षीय बेटी अनव्या उर्फ अरवी अचानक लापता हो गई। पहले परिवार ने सोचा कि बच्ची खेलते-खेलते कहीं चली गई होगी, लेकिन जब काफी देर तक कोई सुराग नहीं मिला तो परिजनों के साथ ग्रामीण भी तलाश में जुट गए।
कुएं से बोरे में मिला मासूम का शव
काफी खोजबीन के बाद गांव के पास बने एक सुनसान खाली कुएं से बंद बोरे में मासूम का शव बरामद हुआ। बोरे में रस्सी से बांधकर शव फेंका गया था। यह दृश्य देखकर गांव में चीख-पुकार मच गई। मासूम की मौत की खबर ने पूरे गांव को शोक और गुस्से में डूबा दिया।
33 वर्षीय महिला पिंकी और नाबालिग प्रेमी का राज
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो शक गांव की ही 33 वर्षीय महिला पिंकी शर्मा पर गया। पूछताछ और सबूतों से बड़ा खुलासा हुआ।
दरअसल, पिंकी के पति और सास घटना वाले दिन मथुरा गए हुए थे, जबकि उसका ससुर भी घर से बाहर था। इसी मौके का फायदा उठाकर पिंकी ने अपने 17 वर्षीय नाबालिग प्रेमी को घर बुला लिया। पिछले तीन महीनों से दोनों के बीच अवैध संबंध चल रहे थे।
मासूम ने देखा आपत्तिजनक दृश्य
इसी बीच खेलते-खेलते छोटी अनव्या कमरे में पहुंच गई और उसने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। मासूमियत में बच्ची ने कह दिया कि वह यह बात अपने पापा को बताएगी।
यही बात पिंकी और उसके प्रेमी को नागवार गुजरी। डर और शर्मिंदगी के चलते दोनों ने मिलकर मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद सबूत मिटाने की कोशिश
हत्या के दौरान अनव्या ने बचाव करते हुए पिंकी के हाथ को काट लिया। यही चोट बाद में पुलिस की जांच में बड़ा सबूत बनी। बच्ची की हत्या के बाद दोनों ने शव को सफेद अंगोछे में लपेटा, धान के बोरे में भरा और रस्सी से बांधकर कुएं में फेंक दिया, ताकि किसी को पता न चल सके।
पुलिस की तफ्तीश और गिरफ्तारी
बच्ची की गुमशुदगी के बाद से ही पुलिस सक्रिय हो गई थी। जब कुएं से शव बरामद हुआ तो पुलिस ने शक के आधार पर पिंकी से पूछताछ शुरू की। जांच के दौरान महिला के हाथ पर चोट के निशान मिले, जिसने पूरी साजिश को उजागर कर दिया।
कड़ी पूछताछ में पिंकी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने पिंकी और उसके नाबालिग प्रेमी दोनों को गिरफ्तार कर लिया। महिला को जेल भेजा गया है जबकि नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
ग्रामीणों में आक्रोश, परिवार गहरे सदमे में
घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इतनी निर्मम वारदात कभी नहीं देखी। बच्ची के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने मांग की है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि कोई भी इस तरह की घिनौनी हरकत दोबारा करने की हिम्मत न जुटा सके।
पुलिस अधिकारियों का बयान
पुलिस अधीक्षक हाथरस ने कहा, “यह बेहद संगीन मामला है। वैज्ञानिक जांच और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों की पहचान हुई। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।”
सामाजिक आक्रोश और सवाल
यह वारदात न केवल हाथरस बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। सवाल यह उठ रहा है कि एक मासूम बच्ची की मासूमियत को किस तरह से कुचल दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना समाज के लिए काला धब्बा है और इसके जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।