पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन विभाग से संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
मंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन के विकास के कार्यों पर बल देते हुए कहा कि हमें स्थानीय महिला समूहों एवं युवाओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनानी होंगी, साथ ही उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर में निवास कर रहे बंगाली समाज के लोगों को मत्स्य पालन से जोड़ने की कार्ययोजना पर कार्य किया जाए।
मंत्री ने ऊधमसिंह नगर स्थित बरी क्षेत्र में विभाग द्वारा 24-25 एकड़ क्षेत्र में निर्मित होने वाले तालाब की जानकारी ली तथा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के कार्यों को कराए जाने पर जोर दिया।
मंत्री ने कहा कि ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में मत्स्य पालन की अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं को मत्स्य विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाए, जिससे पलायन और बेरोजगारी पर अंकुश लगाया जा सके।
मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश में जल्द ही पीपीपी मोड पर आंचल कैफे लांच किए जाएंगे, जिससे कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सितम्बर से विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भी विभाग आंचल दूध, कुल्फी तथा आइस्क्रीम आदि उत्पादों की बिक्री हेतु आंचल क्योस खोलने की तैयारी की जा रही है।
येमंत्री ने कहा कि ऊधमसिंह नगर में 2900 महिला समूह हैं जो कि कोऑपरेटिव में रजिस्टर्ड हैं, जिन्हें पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय तथा मत्स्य पालन से जोड़ने का काम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर किया जाएगा।
बैठक में सचिव पशुपालन बी॰वी॰आर॰सी॰ पुरूषोत्तम, उपनिदेशक मत्स्य अनिल कुमार, संयुक्त निदेशक दुग्ध विकास जयदीप अरोड़ा तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।