देशफीचर्ड

एसआईआर के दूसरे चरण में गणना प्रपत्र वितरण लगभग पूरा, 99% मतदाताओं तक पहुंचा फॉर्म: निर्वाचन आयोग

नई दिल्ली, 20 नवंबर। देश में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision–SIR) प्रक्रिया के दूसरे चरण के तहत गणना प्रपत्रों का वितरण तेज़ी से अंतिम चरण में पहुंच चुका है। निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को अपनी दैनिक एसआईआर बुलेटिन में बताया कि नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 50.97 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं में से 50.40 करोड़ मतदाताओं को यह फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं। आयोग के अनुसार यह आंकड़ा कुल मतदाताओं का 98.89 प्रतिशत है, जो बताता है कि फॉर्म वितरण का अभियान लगभग पूरा हो चुका है।

एसआईआर प्रक्रिया का दूसरा चरण इस महीने की शुरुआत में शुरू हुआ था और यह आगामी 4 दिसंबर तक चलेगा। इस प्रक्रिया के तहत निर्वाचन आयोग देशभर में मतदाता सूचियों की व्यापक जांच, सत्यापन और अद्यतन सुनिश्चित कर रहा है ताकि 2025 में प्रस्तावित अनेक राज्यों के विधानसभा चुनावों तथा आगे चलकर होने वाले आम चुनावों के लिए मतदाता सूची शुद्ध और त्रुटिरहित तैयार की जा सके।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि यह पहल मतदाताओं को उनके विवरणों के सत्यापन में पारदर्शिता और सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आयोग द्वारा वितरित किए गए फॉर्म में मतदाता की मूल जानकारी पहले से आंशिक रूप से भरी होती है। मतदाताओं को केवल अपने व्यक्तिगत विवरणों की पुष्टि, संशोधन या अद्यतन करने की जरूरत होती है। इससे सत्यापन प्रक्रिया तेज़, सरल और अधिक सटीक बन जाती है।

आयोग के अनुसार, नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में जहां एसआईआर प्रक्रिया इस समय चल रही है, वहां फील्ड अधिकारियों और बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) ने घर-घर जाकर इन फॉर्मों का वितरण किया। आयोग ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में इस अभियान को विशेष रूप से गति दी गई है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में मतदाताओं तक फॉर्म पहुंच चुका है।

चूंकि यह पहल डिजिटल और मैन्युअल दोनों तरीकों पर आधारित है, आयोग ने बताया कि इस बार फॉर्म भरने और जमा करने की सुविधा मतदाताओं को ऑनलाइन भी उपलब्ध कराई गई है। इससे युवाओं, कार्यालय में व्यस्त लोगों और शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं को अपने विवरणों को अद्यतन करने में काफी आसान प्रक्रिया का लाभ मिल रहा है।

निर्वाचन आयोग का मानना है कि मतदाता सूचियों की शुद्धता लोकतांत्रिक व्यवस्था की विश्वसनीयता के लिए अत्यंत आवश्यक है। पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न चुनावों के दौरान मतदाता सूचियों में त्रुटियों, मृत व्यक्तियों के नाम शामिल होने और दोहराव जैसी समस्याओं पर चिंता जताई जाती रही है। ऐसे में एसआईआर जैसी कठोर और व्यापक प्रक्रिया इन त्रुटियों को सुधारने और चुनावी व्यवस्था को अधिक विश्वसनीय बनाने में सहायक मानी जा रही है।

दूसरे चरण के तहत वितरित किए गए इन फॉर्मों में मतदाताओं से उनका नाम, आयु, पता, पारिवारिक विवरण और अन्य पहचान संबंधी जानकारी की पुष्टि की जा रही है। यदि कोई त्रुटि मिलती है या कोई जानकारी अद्यतन करनी होती है, तो मतदाता इसे फॉर्म पर संशोधित कर वापस जमा कर सकते हैं। बूथ लेवल अधिकारी बाद में इन संशोधनों का भौतिक सत्यापन करेंगे और मतदाता सूची में आवश्यक बदलाव दर्ज करेंगे।

आयोग ने बताया कि एसआईआर के इस चरण में जिन क्षेत्रों में प्रवासियों की संख्या अधिक है, वहां विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि किसी भी सही मतदाता का नाम सूची से छूट न जाए। इसी तरह, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं को भी विशेष सुविधा दी जा रही है, जिसमें BLO घर जाकर उनके फॉर्म की जांच पूरी कर रहे हैं।

समीक्षकों का मानना है कि एसआईआर अभियान न केवल मतदाता सूची में पारदर्शिता लाता है बल्कि नागरिकों में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति विश्वास और भागीदारी भी बढ़ाता है। बड़ी संख्या में युवाओं के मतदाता सूची में शामिल होने की उम्मीद भी जताई जा रही है, खासकर उन युवाओं के, जिन्होंने हाल ही में 18 वर्ष की आयु पूरी की है।

आयोग के अनुसार, एसआईआर का यह चरण पूर्ण होने के बाद मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन से पहले दावे और आपत्तियों की एक और अवधि निर्धारित की जाएगी, जिसमें मतदाता अपनी किसी भी शंका या बदलाव का आवेदन दे सकेंगे। आयोग का लक्ष्य है कि मतदाता सूची का अंतिम संस्करण अधिकतम सटीक, अद्यतन और दोहराव से मुक्त हो।

इस बीच, चुनाव विशेषज्ञ मानते हैं कि 2025 में देश के कई हिस्सों में होने वाले चुनावों की तैयारी को देखते हुए एसआईआर प्रक्रिया का समय पर पूरा होना आवश्यक है। यह अभियान उन चुनौतियों को भी कम करेगा जो गलत सूची के कारण मतदान प्रतिशत और मतदाता संतुष्टि पर असर डालती हैं।

कुल मिलाकर, निर्वाचन आयोग का दावा है कि एसआईआर के दूसरे चरण में गणना प्रपत्रों का लगभग 99 प्रतिशत वितरण यह दर्शाता है कि प्रक्रिया सुचारू और योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है। आयोग ने मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे वितरित फॉर्मों को जल्द से जल्द भरकर जमा करें, ताकि उनके विवरण सही ढंग से मतदाता सूची में शामिल किए जा सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button