
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर 2025। — देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद दौरे पर रहेंगी, जहां वह इंदिरापुरम स्थित यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन करेंगी। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से शनिवार को जारी बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान में कहा गया है —
“भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू कल (26 अक्टूबर 2025) यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन करने इंदिरापुरम, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) जाएँगी।”
अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित संस्थान
यशोदा मेडिसिटी उत्तर प्रदेश के सबसे आधुनिक स्वास्थ्य केंद्रों में से एक है, जिसमें अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक, मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस अस्पताल का उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नागरिकों को विश्वस्तरीय उपचार उपलब्ध कराना है।
उद्घाटन समारोह में राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। उम्मीद है कि राष्ट्रपति मुर्मू इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और महिला सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों पर भी अपने विचार साझा करेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की राष्ट्रपति से मुलाकात
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर दोनों नेताओं की मुलाकात की तस्वीर साझा की।
पोस्ट में कहा गया —
“उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट की।”
माना जा रहा है कि इस बैठक में गाजियाबाद दौरे की रूपरेखा और सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर भी चर्चा हुई।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए गाजियाबाद पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। शहर के प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डाइवर्जन की व्यवस्था की गई है, जबकि अस्पताल परिसर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति का कार्यक्रम इंदिरापुरम में यशोदा मेडिसिटी के उद्घाटन के बाद सीमित समय के लिए आयोजित रहेगा, जिसके पश्चात वह दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
राष्ट्रीय स्तर पर महत्व
यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना न केवल उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे उत्तर भारत के स्वास्थ्य ढांचे को नई दिशा मिलेगी और सरकारी-निजी साझेदारी के जरिए चिकित्सा सेवाओं में विस्तार को प्रोत्साहन मिलेगा।



