अयोध्या गैंगरेप मामले के आरोपी सपा नगर अध्यक्ष मोईद खान पर सियासत गरमाई, अखिलेश ने की डीएनए टेस्ट की मांग

यूपी के अयोध्या में बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपी समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान की बेकरी पर चल रहे बुलडोजर की कार्रवाई के बीच राजनीति गरमा गई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट का सुझाव दिया है तो मायावती ने सपा पर सवाल उठाए हैं। अयोध्या में आरोपी पर चल रही कार्रवाई सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।
कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए।…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 3, 2024
#WATCH | On the demolition drive at the bakery of SP leader Moeed Khan, the main accused in the gang rape of a minor girl, Faizabad (Ayodhya) MP Awadhesh Prasad says, "This is a very old ideology of Chief Minister (Yogi Adityanath) and we cannot tell what enmity he has with… https://t.co/g3fvOl0jkN pic.twitter.com/X90BDwJbAQ
— ANI (@ANI) August 3, 2024
इस पर बसपा मुखिया मायावती ने पलटवार करते हुए सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से लिखा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या के गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का डीएनए टेस्ट होना चाहिये, इसे क्या समझा जाए। जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए हैं। उन्होंने आगे लिखा कि यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी ख़ासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद व चिन्तित करने वाली हैं। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी एवं राजनीति से ऊपर उठकर सख़्त कदम उठाए तो बेहतर है।