
नई दिल्ली, 17 मई 2025 (विशेष संवाददाता): ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बड़ा बयान सामने आया है। शरीफ ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत की बैलिस्टिक मिसाइलों ने 10 मई की रात पाकिस्तान के कई संवेदनशील एयरबेसों को निशाना बनाया। यह बयान पाकिस्तानी सेना की अब तक की आधिकारिक लाइन से भिन्न है, जो दावा करती रही है कि सभी भारतीय हमले नाकाम रहे।
सेना प्रमुख ने रात 2:30 बजे दी सूचना
इस कबूलनामे में शरीफ ने कहा कि 9 और 10 मई की दरम्यानी रात सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर ने उन्हें सिक्योर लाइन पर कॉल करके बताया कि भारत ने नूर खान एयरबेस समेत कई ठिकानों को निशाना बनाया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की वायुसेना ने स्वदेशी तकनीक और चीनी जेट विमानों की मदद से जवाबी कार्रवाई की।
“हमारी वायुसेना ने स्वदेशी तकनीक का उपयोग करते हुए देश की रक्षा की। चीनी तकनीक और आधुनिक गैजेट्स से सुसज्जित विमानों का इस्तेमाल किया गया।” – शहबाज शरीफ, इस्लामाबाद में एक समारोह में संबोधन के दौरान।
भारत ने इन 11 पाकिस्तानी एयरबेसों को बनाया था निशाना
भारत की ओर से निशाना बनाए गए ठिकानों में शामिल हैं:
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नूर खान/चकलाला एयरबेस (रावलपिंडी)
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पीएएफ बेस रफीकी (शोरकोट)
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भोलारी एयरबेस (कराची)
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जैकोबाबाद एयरबेस
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मुरीद एयरबेस
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सुक्कुर एयरबेस
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सियालकोट एयरबेस
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पसरूर एयरस्ट्रिप
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चुनियन हवाई पट्टी
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सरगोधा एयरबेस (मुशफ बेस)
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स्कार्दू एयरबेस (गिलगित-बाल्टिस्तान)
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की जवाबी कार्रवाई
भारत ने यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की थी, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी। इसके बाद 7 मई से ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की गई, जिसके तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों को सटीक हमलों से तबाह किया गया।
सूत्रों के अनुसार, इस अभियान में:
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100 से अधिक आतंकी मारे गए।
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जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कई लॉन्च पैड ध्वस्त किए गए।
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भारतीय मिसाइलों ने कम्युनिकेशन हब, रडार स्टेशन और रनवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को गंभीर नुकसान पहुंचाया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: भारत में उत्सव का माहौल
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने शहबाज शरीफ के बयान को ऑपरेशन सिंदूर की “सटीकता और साहस” का प्रमाण बताया। उन्होंने लिखा:
“प्रधानमंत्री को रात 2:30 बजे जगाकर हमले की सूचना देना इस बात का सबूत है कि भारत ने कितनी सटीकता से पाकिस्तान के अंदर घुसकर कार्रवाई की।”
सीजफायर की घोषणा और उसके मायने
10 मई को भारत और पाकिस्तान दोनों की ओर से सीजफायर की घोषणा कर दी गई। विशेषज्ञों के अनुसार, यह पाकिस्तान की रणनीतिक विफलता और भारत की सैन्य श्रेष्ठता को स्वीकारने का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
शहबाज शरीफ का यह बयान पाकिस्तान की सेना और सरकार के बीच विश्वसनीयता संकट की ओर इशारा करता है। सेना लगातार “कोई नुकसान नहीं हुआ” का राग अलापती रही, जबकि अब पाकिस्तान के सर्वोच्च राजनीतिक नेतृत्व ने खुद मान लिया कि भारत की मिसाइलें निशाने पर लगीं। यह पाकिस्तान के आंतरिक सत्ता संतुलन को भी हिला सकता है, खासकर सेना की छवि को लेकर देश के भीतर सवाल उठ सकते हैं।
Pakistan PM Shehbaz Sharif himself admits that General Asim Munir called him at 2:30am to inform him that India had bombed Nur Khan Air Base and several other locations. Let that sink in — the Prime Minister was woken up in the middle of the night with news of strikes deep inside… pic.twitter.com/b4QbsF7xJh
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 16, 2025