
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बात की। वार्ता के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन से जुड़े हालिया घटनाक्रमों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। पीएम मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के दृढ़ रुख को दोहराया।
दोनों नेताओं ने भारत–रूस विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई। पीएम मोदी ने इस वर्ष के अंत में होने वाले 23वें भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए पुतिन को भारत आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया।
पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा — “मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत हुई। हमने द्विपक्षीय एजेंडे में हुई प्रगति की समीक्षा की और साझेदारी को और गहरा करने पर सहमति जताई। मैं इस वर्ष के अंत में भारत में राष्ट्रपति पुतिन की मेजबानी के लिए उत्सुक हूं।”
टैरिफ वॉर के बीच बढ़ी कूटनीतिक हलचल
यह वार्ता ऐसे समय हुई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने उच्च टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। रूस पर सबसे ज्यादा आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए हैं, जबकि भारत और ब्राजील पर 50-50% टैरिफ, और चीन पर 30% टैरिफ लगाने की घोषणा की गई है।
इस पृष्ठभूमि में ब्रिक्स देशों की नजदीकी बढ़ रही है। हाल ही में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने भी पीएम मोदी से फोन पर बात की थी। कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार, आने वाले महीनों में ब्रिक्स, एससीओ और भारत–अमेरिका व्यापार वार्ता वैश्विक राजनीति के लिए अहम साबित हो सकती है।
 
				


