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‘मन की बात’ में बोले पीएम मोदी: विज्ञान, खेल, विरासत और विकास पर रखे विचार, जानें क्या-क्या रहा खास

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 124वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के इस एपिसोड में प्रधानमंत्री ने विज्ञान से लेकर खेल, संस्कृति, विरासत, स्वच्छता और ग्रामीण विकास जैसे विविध मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

विज्ञान और स्पेस में भारत की प्रगति पर विशेष फोकस

पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता को देश की वैज्ञानिक उपलब्धियों का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस मिशन ने न केवल देश को गौरवान्वित किया बल्कि बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि भी बढ़ाई। उन्होंने ‘इंस्पायर मानक अभियान’ का जिक्र करते हुए बताया कि अब इसमें जुड़ने वाले बच्चों की संख्या दोगुनी हो चुकी है।

पीएम ने 23 अगस्त को ‘नेशनल स्पेस डे’ के रूप में मनाए जाने की तैयारी का जिक्र करते हुए युवाओं से नए विचार आमंत्रित किए।

ओलंपियाड में भारतीय छात्रों का जलवा

उन्होंने हाल ही में केमिस्ट्री और मैथ्स ओलंपियाड में भारतीय छात्रों की शानदार सफलता को साझा किया। उन्होंने देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी जैसे छात्रों के नाम लेकर उनकी उपलब्धियों की सराहना की।

भारतीय विरासत पर गर्व, किलों को बताया आत्मसम्मान का प्रतीक

प्रधानमंत्री ने हाल ही में यूनेस्को द्वारा 12 भारतीय किलों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा मिलने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने राजस्थान, कर्नाटक और अन्य राज्यों के ऐतिहासिक किलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये केवल इमारतें नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक अस्मिता के प्रतीक हैं।

क्रांतिकारियों का स्मरण और विभाजन विभीषिका का जिक्र

पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि देते हुए 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अगस्त क्रांति का महीना है और यह हमें बलिदान और संकल्प की याद दिलाता है।

टेक्सटाइल सेक्टर में ‘वोकल फॉर लोकल’ की अपील

7 अगस्त को मनाए जाने वाले ‘नेशनल हैंडलूम डे’ का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि भारत का टेक्सटाइल सेक्टर आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है। उन्होंने लोकल उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील करते हुए कहा कि 2047 तक विकसित भारत के संकल्प में यह क्षेत्र निर्णायक भूमिका निभाएगा।

जैव विविधता और पक्षियों की पहचान की अनूठी पहल

असम के काजीरंगा पार्क में पक्षियों की पहचान के लिए ध्वनि-सेंसर आधारित प्रयास का उल्लेख करते हुए उन्होंने वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों को सराहा। उन्होंने इसे जैव विविधता को समझने और सहेजने की दिशा में अभिनव कदम बताया।

झारखंड के गुमला में बंदूक से मछलीपालन तक की यात्रा

प्रधानमंत्री ने झारखंड के गुमला जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि एक समय माओवादी हिंसा से जूझ रहे इस क्षेत्र में अब मत्स्य क्रांति का आगाज हो गया है। उन्होंने ओमप्रकाश साहू जैसे लोगों के प्रयासों को प्रेरणादायी बताया।

खेल क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां और भविष्य की मेजबानी

पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने हाल ही में हुए ‘वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स’ में 600 से अधिक पदक जीते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि 2029 में भारत इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी करेगा, जो देश की वैश्विक खेल छवि को और मजबूती देगा।

स्वच्छ भारत की सफलता और जनभागीदारी पर जोर

स्वच्छ भारत मिशन की सफलता का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि 4,500 से अधिक शहरों और कस्बों ने स्वच्छता सर्वेक्षण में भाग लिया है। उन्होंने इसे वास्तविक जनभागीदारी का उदाहरण बताया।

त्योहारों और संस्कृति से जुड़ने की अपील

कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने देशवासियों को सावन और आगामी त्योहारों की शुभकामनाएं देते हुए अपील की कि वे भारतीय संस्कृति, प्रकृति और विरासत से गहरे जुड़ें।

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