केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि किसान और उद्योग एक-दूसरे के पूरक है, किसान के बिना इंडस्ट्रीज का काम नहीं चल सकता और इंडस्ट्रीज के बिना किसान फायदे में नहीं आ सकता। सरकार की भूमिका किसान व उद्योग, दोनों के प्रति महत्वपूर्ण है। सरकार की कोशिश है कि इंडस्ट्रीज की ज्यादा से ज्यादा ग्रोथ हो, लेकिन साथ ही हमारे जो 86 प्रतिशत छोटे किसान है, उनकी ताकत भी और बढ़े क्योंकि हम कितनी भी प्रगति कर लें परंतु जब तक इन छोटे किसानों की समृद्धि नहीं बढ़ेगी, तब तक देश की समृद्धता नहीं बढ़ सकती है। उद्योगों के जेहन में यह बात हमेशा बनी रहना चाहिए कि हमारे कौन से कार्यक्रमों के आधार पर हिंदुस्तान के किसानों को अच्छा दाम मिलेगा और किस रास्ते पर हम चलें कि जिससे किसानों के घर समृद्धि आएं, तभी यह समुच्य विचार, इस तरह के संवाद की सार्थकता सिद्ध होगी व हम सफल होंगे। केंद्रीय मंत्री तोमर ने यह बात आज भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की पार्टनरशिप समिट-2023 के 28वें संस्करण के दौरान आयोजित विशेष सत्र में कही।
तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने, उत्पादन- उत्पादकता बढ़ाने तथा कृषि उत्पादों के निर्यात में सरलता लाने के लिए सरकार सभी आवश्यकताएं पूरा कर रही है और आगे भी इस दिशा में तत्पर रहेगी। श्री तोमर ने कहा कि उद्योगों की अपनी सशक्त टीमें होती है, जो नीचे तक काम करती है और उनके पास सही फीडबैक भी होता है, इसी तारतम्य में मंत्रालय के अधिकारी स्टैकहोल्डर्स के संपर्क में रहते हैं ताकि किसानों के हित में जानकारियां मिलती रहे, इनके आधार पर काम करते रहने से किसानों-कृषि को ज्यादा फायदा होता है। इसी कड़ी में पिछले दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के साथ उद्योगों का संवाद कार्यक्रम रखा गया था, ताकि व्यवहारिक रूप से किसानों सहित संपूर्ण कृषि क्षेत्र को लाभ मिल सकें। श्री तोमर ने कहा कि कृषि हम सबकी प्राथमिकता का क्षेत्र है, जिसे फायदे में लाने तथा किसानों को खुशहाल बनाने एवं कृषि की अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने के लिए तकनीक, अनुसंधान व उद्योगों का समर्थन चाहिए, जब ये सब जुड़ते हैं, तभी प्रगति तेजी से होती है।
तोमर ने कहा कि एक कालखंड था जब एकांगी विचार किया जाता था, लेकिन अब देश के समग्र व संतुलित विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का समन्वित विजन है, जिसे सीआईआई भी बहुत शिद्धत के साथ आगे बढ़ाने का प्रयत्न कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी लगातार इस बात का प्रयत्न करते हैं कि विभागों से ऊपर उठें क्योंकि जो भी कार्यक्रम सरकार का है, वह भारत के लिए है, देश की जनता के लिए हैं, वे काम कैसे आगे बढ़ सकते हैं, अनेक कार्यक्रमों पर वे स्वयं विचार करते हैं, उसे आगे बढ़ाते हैं, परिणामस्वरूप हम देखते हैं कि जो भी प्रोजेक्ट शुरू होता है तो वह कितना ही बढ़ा हो, एक कार्यकाल में वह पूरा भी हो जाता है। पीएम गति शक्ति जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से मानीटरिंग के साथ ही समन्वित गति बनी है। श्री तोमर ने कहा कि कृषि का कोई भी काम हो, प्रधानमंत्री श्री मोदी उसे कभी उपेक्षित नहीं होने देते हैं। एक समय था जब हम दुनिया से सीखना चाहते थे, आज कृषि क्षेत्र में दुनिया भारत से सीखना चाहती है।
इस अवसर पर संजीव पुरी, उपाध्यक्ष, भारतीय उद्योग परिसंघ तथा अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, आईटीसी लि., सलिल सिंघल, चेयरमैन, सीआईआई टास्कफोर्स ऑन एग्रोकेमिकल्स और चेयरमैन एमेरिटस, पीआई इंडस्ट्रीज, अन्य पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में उद्योगों के प्रतिनिधि मौजूद थे।