चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद कांग्रेस और BJP में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गयी है। कांग्रेस के नेता जहां देश की इस उपलब्धि का श्रेय देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को रहे हैं तो वहीं भाजपा चंद्रयान मिशन की कामयाबी का श्रेय अपने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को को देते हुए यह कह रही है कि चंद्रयान मिशन का सपना भाजपा के प्रधानमंत्री ने देखा था। भाजपा ने कहा है कि यूपीए सरकार ने तो इस परियोजना को फंड तक नहीं दिया था। कांग्रेस नेहरू के साइंटिफिक टेम्पर के बारे में मिथक बनाने का प्रयास कर रही है, उन्हें नेहरू का गीत गाना बंद कर देना चाहिए।
On 15th Aug 2003, then Prime Minister Atal Bihari Vajpayee announced Moon mission Chandrayaan-1, which was accomplished in 2008, as promised. The Congress dragged its feet and made no progress with Chandrayaan-2 till 2014. Then they got booted out.
After 2014, Prime Minister… pic.twitter.com/zSplZ6bo9Y
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 24, 2023
अमित मालवीय ने एक्स पर कहा, “15 अगस्त 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चंद्रमा मिशन चंद्रयान-1 की घोषणा की, जो वादे के अनुसार 2008 में पूरा हुआ। कांग्रेस ने अपने पैर पीछे खींच लिए और 2014 तक चंद्रयान-2 पर कोई प्रगति नहीं की। फिर वे बाहर हो गए। 2014 के बाद, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने चंद्रमा मिशन को फास्ट ट्रैक पर रखा। चंद्रयान -2 को फंड किया और चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा। भारत द्वारा लॉन्च किए गए सभी चंद्रमा मिशनों की कल्पना भाजपा प्रधानमंत्रियों के तहत की गई थी।”