
देहरादून, 24 अगस्त: उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार देर रात राज्य आपदा परिचालन केंद्र, देहरादून में राहत कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी हालत में पीड़ितों को राहत में देरी नहीं होनी चाहिए।
मृतकों और प्रभावित परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री धामी ने बैठक में घोषणा की कि आपदा में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजनों को ₹5-5 लाख की आर्थिक सहायता राशि तुरंत जारी की जाएगी। इसके साथ ही, थराली सहित अन्य आपदाग्रस्त इलाकों में जिनके मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें भी ₹5 लाख की सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी।
बेघर लोगों के लिए तात्कालिक राहत व पुनर्वास की तैयारी
सीएम धामी ने निर्देश दिए कि जो लोग आपदा के कारण बेघर हो गए हैं, उनके लिए तात्कालिक रूप से सुरक्षित आवास और आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पुनर्वास कार्यों को तेजी से शुरू किया जाए ताकि प्रभावित परिवार जल्द से जल्द सामान्य जीवन जी सकें।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि राहत सामग्री समय पर उपलब्ध होनी चाहिए और उसका वितरण व्यवस्थित तरीके से किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से राशन और अन्य जरूरी सामान की गुणवत्ता पर ध्यान देने के निर्देश दिए।
स्याना चट्टी से पानी की निकासी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को आदेश दिया कि स्याना चट्टी क्षेत्र से पानी की निकासी जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाए, ताकि स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
जिलाधिकारी चमोली के कार्य की सराहना, SDRF-NDRF को धन्यवाद
थराली आपदा के दौरान जिलाधिकारी चमोली द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर प्रभावितों को राहत पहुँचाने और बेहतर प्रबंधन करने की मुख्यमंत्री ने खुले शब्दों में सराहना की। उन्होंने कहा कि अन्य जिलाधिकारी भी इसी तरह तत्परता और समन्वय के साथ कार्य करें।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाने पर SDRF और NDRF की भी प्रशंसा की।
दो दिन का ऑरेंज अलर्ट, जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश
प्रदेश में अगले दो दिनों के लिए जारी ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को पूरी तरह तैयार रहने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि आपदा प्रबंधन के उपकरण व सामग्री संवेदनशील स्थानों पर पहले से उपलब्ध कराए जाएं ताकि आपदा की स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके।
आपदा के पैटर्न का अध्ययन करने को कमेटी गठित
मुख्यमंत्री धामी ने धराली (उत्तरकाशी), सैजी (पौड़ी) और थराली में हाल ही में आई आपदाओं के पैटर्न का वैज्ञानिक अध्ययन करने के लिए विशेषज्ञों और प्रतिष्ठित एजेंसियों की एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने के निर्देश भी दिए। यह समिति भविष्य में आपदा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक
बैठक में मुख्य सचिव आनंद वर्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम और शैलेश बगौली सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी चमोली, उत्तरकाशी और अन्य जिलों के डीएम भी शामिल हुए।



