
देहरादून | उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रीठा मंडी इलाके से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। महज 5 साल के मासूम गौरव पर पड़ोसी महिला ने सिलबट्टे से जानलेवा हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर कोमा में चला गया है।
पुरानी रंजिश में मासूम को बनाया निशाना
घटना बुधवार शाम की है जब गौरव नामक बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। तभी पड़ोस में रहने वाली मीना देवी नामक महिला उसे बहला-फुसलाकर अपने कमरे में ले गई।
दरवाजा बंद कर उसने मासूम के सिर पर सिलबट्टे से वार किया, जिससे बच्चा खून से लथपथ हालत में गिर पड़ा।
बच्चे की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग और परिजन दौड़े, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। किसी तरह दरवाजा खुलवाकर गौरव को बाहर निकाला गया और तत्काल दून अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सिर में गंभीर चोट लगने के कारण बच्चा कोमा में चला गया है और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है।
बच्चे की हालत नाज़ुक, वेंटिलेटर पर जंग जारी
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक ने जानकारी दी कि बच्चे की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की एक टीम उसकी जान बचाने के हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन फिलहाल उसे लेकर कोई भी मेडिकल प्रेडिक्शन देना जल्दबाज़ी होगी।
आरोपी महिला गिरफ्तार, भेजी गई न्यायिक हिरासत में
वारदात के बाद आरोपी महिला मीना देवी घटना स्थल से फरार हो गई थी, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को उसे लक्खीबाग क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। नगर कोतवाली प्रभारी प्रदीप पंत ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
परिवार और क्षेत्र में गुस्से की लहर
बच्चे के पिता जगपाल, जो मूल रूप से पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं, ने बताया कि महिला से पूर्व में पारिवारिक विवाद चल रहा था। स्थानीय लोगों और परिजनों में घटना को लेकर गहरा रोष और भय का माहौल है। लोगों ने मांग की है कि
“जो दरिंदगी मासूमों के साथ करे, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
देहरादून जैसी शांत नगरी में इस प्रकार की वीभत्स घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि सामाजिक चेतना और पड़ोसी रिश्तों में बढ़ती कटुता को भी उजागर करती है। अब पूरा शहर उस मासूम गौरव की सलामती के लिए दुआ कर रहा है, जिसकी जिंदगी एक निर्मम हमले के बाद वेंटिलेटर पर अटकी है।