कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बलात्कार और हत्या की दुखद और भयावह घटना ने पूरे देश में चिकित्सा समुदाय भी आक्रोश में है। डॉक्टरों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग कर रही कमेटी ने अब इस पूरी घटना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखा है और 6 मांग सामने रखी हैं। आइए जानते हैं कि क्या है डॉक्टर्स की मांग।
Memorandum-
“Action Committee for Central Protection Act”@PMOIndia @HMOIndia @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/EdezJYBDnp— RDAAIIMS DELHI (@AIIMSRDA) August 16, 2024
कमेटी ने जेपी नड्डा से अपने सहकर्मी के क्रूर बलात्कार और हत्या की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है। जेपी नड्डा को लिखे गए पत्र में कमेटी ने स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए 48 घंटों के भीतर एक अध्यादेश पारित करने की मांग की है।डॉक्टर्स की मांग है कि अध्यादेश के बाद संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे पर एक व्यापक विधेयक पेश किया जाना चाहिए। इस विधेयक में स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए और उनके अधिकारों और सुरक्षा की रक्षा के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा मिलना चाहिए।
जेपी नड्डा को लिखे गए पत्र में कमेटी ने मांग की है कि पारित अध्यादेश को तब तक लागू रखना चाहिए जब तक कि विधेयक संसद द्वारा पारित न हो जाए और कानून के रूप में लागू न हो जाए। जेपी नड्डा को लिखे गए पत्र में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की तत्काल तैनाती की मांग की गई है। कमेटी ने अपने पत्र में मांग की है कि मृत डॉक्टर के परिवार को उनके भारी नुकसान और पीड़ा को ध्यान में रखते हुए तत्काल और पर्याप्त वित्तीय मुआवजा प्रदान किया जाए।