
नई दिल्ली।देशभर में सोमवार, 22 सितंबर 2025 का दिन भारतीय बाजार के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। जीएसटी 2.0 लागू होने के पहले ही दिन ऑटोमोबाइल सेक्टर ने रिकॉर्ड तोड़ बिक्री दर्ज की। नवरात्र के शुभारंभ और जीएसटी दरों में कटौती के साथ कंपनियों ने जबरदस्त त्योहारी डिस्काउंट पेश किए, जिसका सीधा असर ग्राहकों की जेब और बाजार की रौनक में देखने को मिला।
ऑटो शोरूम से लेकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तक हर जगह खरीदारों का सैलाब उमड़ पड़ा। छोटी कारों से लेकर एसयूवी और इलेक्ट्रिक गाड़ियों तक की बिक्री ने उद्योग जगत को चौंका दिया।
मारुति, हुंडई और टाटा ने तोड़े रिकॉर्ड
PIB द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक,
- मारुति सुजुकी ने एक ही दिन में 80,000 इन्क्वायरी दर्ज की और 30,000 कारों की डिलीवरी की। यह पिछले 35 साल में कंपनी की सबसे बड़ी सिंगल-डे डिलीवरी है।
- हुंडई ने 11,000 गाड़ियों की डिलीवरी की, जो पिछले 5 साल का सर्वोच्च आंकड़ा है।
- टाटा मोटर्स ने नवरात्रि के पहले दिन ही 10,000 कारें डिलीवर कीं और 25,000 से अधिक पूछताछ दर्ज की।
छोटी कारों की बुकिंग सामान्य त्योहारी सीजन की तुलना में 50% तक बढ़ गई, जिससे यह संकेत मिलता है कि मिडिल क्लास और नियो मिडिल क्लास परिवारों ने इस बार जमकर खरीदारी की है।
SIAM अध्यक्ष का बयान: “त्योहारी सीजन की सबसे शानदार शुरुआत”
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अध्यक्ष और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड एवं टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने मंगलवार को कहा—
“GST कटौती और त्योहारी ऑफर्स की वजह से उपभोक्ताओं की रुचि और उत्साह में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। पहले दो दिनों में ही देशभर के डीलरशिप पर भारी संख्या में ग्राहक पहुंचे हैं और अधिकांश सेगमेंट में रिकॉर्ड डिलीवरी हुई है।”
उन्होंने आगे कहा कि परिवार नए वाहन घर लाने के लिए नवरात्र जैसे शुभ अवसर को चुन रहे हैं। असाधारण मांग को देखते हुए, ग्राहकों को सलाह दी गई है कि समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द बुकिंग कराएं।
क्यों है GST 2.0 को खास?
सरकार ने GST 2.0 के तहत छोटे और मझोले वाहनों पर टैक्स दरें घटा दी हैं।
- इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर कर और कम किया गया है, जिससे ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा मिलेगा।
- छोटी कारों और टू-व्हीलर्स के लिए टैक्स स्लैब कम होने से इनकी मांग में सीधी उछाल देखने को मिली।
यह कदम न केवल उपभोक्ताओं की जेब को राहत देता है बल्कि उद्योग को नई रफ्तार भी प्रदान करता है।
खरीदारों का उत्साह और बाजार का माहौल
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में कार शोरूमों पर लंबी कतारें देखी गईं।
- ऑनलाइन ऑर्डर प्लेटफॉर्म्स पर कार्ट भरते रहे और कई मॉडलों की डिलीवरी डेट्स पहले ही दो से तीन महीने आगे शिफ्ट करनी पड़ी।
- ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में भी ट्रैक्टर और टू-व्हीलर्स की बिक्री में उछाल दर्ज किया गया।
अर्थव्यवस्था और रोजगार पर असर
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि GST 2.0 से उत्पन्न यह मांग अर्थव्यवस्था में कैस्केडिंग इफेक्ट डालेगी।
- ऑटो सेक्टर में बिक्री बढ़ने से सप्लाई चेन, डीलर नेटवर्क और रोजगार में मजबूती आएगी।
- फाइनेंस कंपनियों और बैंकों को भी लोन डिमांड में इजाफा मिलेगा।
- त्योहारी सीजन के दौरान अन्य उपभोक्ता सामानों की खपत पर भी सकारात्मक असर पड़ने की संभावना है।
GST 2.0 ने पहले ही दिन यह साबित कर दिया है कि यह न सिर्फ सरकार का राजस्व सुधारक कदम है बल्कि उपभोक्ताओं और उद्योग जगत के लिए दोनों तरफ फायदेमंद सौदा है।
त्योहारी सीजन के आगाज के साथ ही बाजार में जो रौनक देखने को मिली है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में यह उत्सव न केवल ऑटो सेक्टर बल्कि पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।