
नई दिल्ली : सोना-चांदी की लगातार बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर भारी असर डाला है। राष्ट्रीय राजधानी सहित देशभर के बाजारों में सोमवार को सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं। 99.9% शुद्धता वाला सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया है, जबकि चांदी की कीमत भी तेजी से बढ़ती हुई 98,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर दर्ज की गई।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, 99.9% शुद्धता वाला सोना सोमवार को 1,650 रुपये की भारी तेजी के साथ 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। शुक्रवार को यह दर 98,150 रुपये थी। वहीं, 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,600 रुपये उछलकर 99,300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।
इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक सोने में 20,850 रुपये (26.41%) प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो एक सामान्य निवेशक और आम उपभोक्ता के लिए भारी चिंता का विषय बन चुकी है।
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमतें भी कम नहीं चौंका रही हैं। सोमवार को चांदी 500 रुपये बढ़कर 98,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो शुक्रवार को 98,000 रुपये पर स्थिर रही थी। अगर यही रफ्तार जारी रही, तो जल्द ही चांदी भी 1 लाख के पार पहुंच सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में यह उछाल कई वैश्विक कारकों के कारण हो रहा है, जिनमें शामिल हैं:
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कमजोर डॉलर और मुद्रा अस्थिरता
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अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध की अनिश्चितता
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ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें
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भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता
विशेष रूप से, 2 अप्रैल को अमेरिकी प्रशासन द्वारा घोषित टैरिफ के बाद से सोने की कीमत में 6% की अकेली बढ़ोतरी देखी गई है।
कभी ‘सुरक्षित निवेश’ माने जाने वाले सोने को अब आम लोग केवल दूर से देख रहे हैं। शादी-ब्याह, त्योहार और पारंपरिक निवेश के लिए सोना खरीदना अब मध्यम वर्ग के लिए कठिन होता जा रहा है। ज्वेलर्स की दुकानों पर ग्राहक घटे हैं, और अब अधिकांश लोग छोटे-छोटे सिक्कों या आभूषणों से ही संतोष कर रहे हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर वैश्विक परिस्थितियां ऐसी ही बनी रहीं, तो सोना 1.10 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक भी जा सकता है। ऐसे में निवेशकों के लिए डिजिटल गोल्ड, गोल्ड बॉन्ड या ईटीएफ जैसे विकल्प अधिक आकर्षक हो सकते हैं।