गो फर्स्ट के जरिए दिवाला समाधान के लिए आवेदन दायर करने के एक दिन बाद अमेरिका की इंजन विनिर्माता कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी ने कहा कि वह एयरलाइन के संबंध में मध्यस्थता आदेश का अनुपालन कर रही है. साथ ही पीएंडडब्ल्यू ने कहा कि वह सभी ग्राहकों के लिए आपूर्ति की समयसीमा को प्राथमिकता दे रही है. गो फर्स्ट ने पीएंडडब्ल्यू के जरिए इंजन की आपूर्ति नहीं करने की वजह से ही अपनी उड़ानें निलंबित करने की घोषणा की है.
इस बीच, गो फर्स्ट ने एक बयान में कहा है कि मध्यस्थ ने पीएंडडब्ल्यू को 27 अप्रैल तक कम से कम 10 सेवा योग्य अतिरिक्त इंजन पट्टे पर देने का निर्देश दिया है. वहीं गो फर्स्ट के जरिए दिवाला समाधान के लिए आवेदन करना और उड़ानों को रद्द करना एयरलाइन उद्योग के लिए अच्छा नहीं है. भारतीय ट्रैवल एजेंट संघ (टीएएआई) ने यह राय जताते हुए कहा है कि गो फर्स्ट के इस कदम से क्षमता घटेगी और कुछ मार्गों पर विमान किराए बढ़ेंगे.
टीएएआई की अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा, ‘‘यह एयरलाइन उद्योग के लिए काफी खराब स्थिति है. किंगफिशर एयरलाइंस में हमने करोड़ों रुपये गंवाए हैं. जेट एयरवेज में भी नुकसान हुआ है. अब एक और दिवाला समाधान सामने आ गया है.’’ उन्होंने कहा कि पिछले 17 साल से अधिक से परिचालन कर रही गो फर्स्ट का यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जबकि घरेलू हवाई यातायात बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि अभी हवाई यात्रा की मांग है क्योंकि यह छुट्टियों का समय है और हमें उन क्षेत्रों में किराया बढ़ने की संभावना दिख रही है जहां गो फर्स्ट उड़ान भर रही है.