
बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की रहस्यमयी और दुखद मृत्यु की खबर से राज्य में सनसनी फैल गई है। बेंगलुरु के HSR लेआउट स्थित उनके आवास में उनका शव खून से लथपथ अवस्था में पाया गया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह मामला हत्या का हो सकता है और पुलिस को शक है कि इस वारदात में उनके परिवार के किसी सदस्य का हाथ हो सकता है – विशेष रूप से उनकी पत्नी को लेकर संदेह जताया जा रहा है।
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी थे। उनका जन्म बिहार के चंपारण जिले में हुआ था। उन्होंने भूविज्ञान (Geology) में एमएससी की पढ़ाई की थी और लंबे समय तक पुलिस सेवा में उत्कृष्ट योगदान दिया। वर्ष 2015 में उन्हें कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 68 वर्षीय ओम प्रकाश के शव पर कई चोटों के निशान पाए गए हैं। इस कारण हत्या की आशंका को बल मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है – जिसमें घरेलू विवाद, संपत्ति और पारिवारिक संबंधों को भी ध्यान में रखा जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टों की मानें तो ओम प्रकाश और उनकी पत्नी के बीच पिछले कुछ समय से मतभेद चल रहे थे। बताया जा रहा है कि पैसों को लेकर दोनों में कई बार विवाद हुआ था। दंपती के एक बेटा और एक बेटी हैं। यह भी संदेह जताया जा रहा है कि घरेलू कलह ने ही इस दुखद घटना का रूप लिया।
घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल को सील कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले वे सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और फॉरेंसिक रिपोर्ट की मदद से गहराई से छानबीन कर रही है।
सवाल जो खड़े हो रहे हैं:
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क्या यह घटना घरेलू विवाद का नतीजा है?
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क्या इस हत्या के पीछे और भी कोई वजह या व्यक्ति शामिल है?
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क्या ओम प्रकाश पहले से किसी खतरे का सामना कर रहे थे?
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की रहस्यमयी मौत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि राज्य भर में पुलिस सेवा से जुड़े लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है। एक वरिष्ठ और सम्मानित अधिकारी की ऐसी दर्दनाक मौत को लेकर पुलिस पर जल्दबाजी में निष्कर्ष पर न पहुंचने का दबाव है। पूरे मामले से जुड़े तथ्य सामने आने के लिए अब पोस्टमार्टम और जांच रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है।