
NEET पेपर लीक मामले में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया है. सरकार का कहना है कि इस मामले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का कोई संकेत नहीं मिला है. इसी बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छात्रों को भरोसा जताया कि उनके साथ किसी भी हालत में अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने छात्रों से कहा, क्योंकि पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मॉनिटर किया जा रहा है, ऐसे में जो भी कोर्ट का फैसला होगा उसके आधार पर हम लोग आगे की कार्रवाई करेंगे.
धर्मेंद्र प्रधान के इस बयान पर कई छात्रों ने नाराजगी जाहिर की है. छात्रों का कहना है कि उन्होंने बहुत मेहनत से अपनी पढ़ाई की है और उनके मार्क्स भी अच्छे आए हैं. ऐसे में दोबारा NEET-UG की परीक्षा न की जाए. वहीं, पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है. सरकार का कहना है कि डेटा विश्लेषण से बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का कोई संकेत नहीं मिला है. इसलिए वो नीट यूजी री-एग्जाम के समर्थन में नहीं है. जुलाई के तीसरे हफ्ते से नीट काउंसलिंग शुरू होगी. इसी मामले में एनटीए ने भी सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में गुरुवार को सुनवाई करेगा.