
Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन देहरादून नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए लगातार कार्य कर रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में छोटे-बड़े मामलों पर तत्परता से निर्णय लिए जा रहे हैं, जिससे आम जनता का सरकार और प्रशासन पर विश्वास सुदृढ़ हो रहा है।
निजी स्कूल की मनमानी पर प्रशासन सख्त, टीसी न देने पर हुई तत्काल कार्रवाई
11 जुलाई को एक महिला अंशू सारस्वत ने जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की कि उनके पुत्र, जो विगत तीन वर्षों से वंडर ईयर एकेडमी में पढ़ रहे हैं, का अन्य स्कूल में प्रवेश हो गया है, किंतु पूर्व विद्यालय टीसी जारी नहीं कर रहा।
शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को दूरभाष और व्हाट्सएप के माध्यम से निर्देशित किया, जिसके बाद उसी दिन छात्र की टीसी जारी कर दी गई।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी निजी स्कूल द्वारा छात्रों या अभिभावकों को परेशान किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी और नियम विरुद्ध गतिविधियों पर रोक लगाई जाएगी।
बुजुर्ग महिला की पेयजल समस्या का उसी दिन समाधान
गांधी रोड निवासी जोगिंदर कौर नामक वृद्ध महिला ने जिलाधिकारी के समक्ष शिकायत की कि पिछले चार-पांच महीनों से उनके घर में पानी नहीं आ रहा है और उन्हें होटल से पानी लाना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी ने तत्काल जल संस्थान से एक्शन टेकन रिपोर्ट (ATR) तलब की और मौके पर पेयजल टैंकर भेजकर समस्या का उसी दिन समाधान कराया।
जल संस्थान ने यह भी बताया कि एक कनेक्शन से तीन परिवार जुड़े हैं, जिससे आपूर्ति प्रभावित हो रही है। सभी को पृथक कनेक्शन दिलवाने में जल संस्थान द्वारा सहयोग किया जाएगा।
हर कार्य दिवस पर सुनवाई, समस्याओं की मॉनिटरिंग स्वयं डीएम करते हैं
जिलाधिकारी सविन बंसल प्रतिदिन 40 से अधिक फरियादियों की समस्याएं सुनते हैं और समाधान की स्वयं निगरानी करते हैं। पिछले 10 महीनों में जिला प्रशासन की सक्रियता और सख्ती से जनसामान्य में विश्वास और प्रशासन की प्रभावशीलता दोनों बढ़े हैं।