
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) सुधारों पर बड़ा बयान देते हुए विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में टैक्सेशन सिस्टम इतना जटिल और बोझिल था कि रोजमर्रा की जरूरत की चीजों से लेकर बच्चों की टॉफियों तक पर भारी टैक्स वसूला जाता था। उन्होंने कहा, “कांग्रेस सरकार ने बच्चों की टॉफियों पर भी 21 प्रतिशत टैक्स लगाया था। अगर मैंने ऐसा किया होता, तो वे मेरे बाल नोच लेते।”
कांग्रेस पर तगड़ा वार: “बच्चों की टॉफी पर भी टैक्स”
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों की नीतियों ने आम जनता का मासिक बजट बिगाड़ कर रख दिया था। खाने-पीने की चीजों, दवाइयों और ज़रूरी सामानों तक पर भारी कर लगाया जाता था। उन्होंने कहा कि यह आम आदमी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल थी और इसी वजह से लोग महंगाई की मार झेलने को मजबूर थे।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस के समय में टैक्सों की भरमार थी, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और व्यापार दोनों को नुकसान हुआ। “अगर कांग्रेस ने ऐसे कदम उठाए, तो किसी को आपत्ति नहीं हुई, लेकिन आज जब हम सुधार करते हैं तो विपक्ष केवल राजनीति करता है,” पीएम मोदी ने कहा।
“समय पर सुधार जरूरी, नहीं तो पिछड़ जाएगा भारत”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के लिए समय पर आर्थिक सुधार जरूरी हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 15 अगस्त को लाल किले से उन्होंने देशवासियों से आत्मनिर्भर भारत के लिए “नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स” का आह्वान किया था।
“मैंने लाल किले से वादा किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों की दोहरी बौछार होगी। आज का निर्णय उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब GST और भी ज्यादा सरल हो गया है,” पीएम मोदी ने कहा।
अब केवल दो दरें- 5% और 18%
मोदी सरकार ने GST संरचना को सरल बनाते हुए अब इसे मुख्य रूप से दो दरों में सीमित कर दिया है—5% और 18%। पहले कई वस्तुओं पर अलग-अलग दरें लागू थीं, जिससे व्यापारी और उपभोक्ता दोनों ही असमंजस में रहते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बदलाव से व्यापार करना आसान होगा, टैक्सेशन पारदर्शी बनेगा और उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। छोटे व्यापारियों, स्टार्टअप्स और मिडिल क्लास परिवारों के लिए यह बड़ा कदम माना जा रहा है।
“GST अब बनेगा पारदर्शी और भरोसेमंद”
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने हमेशा “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” और “ईज ऑफ लिविंग” को प्राथमिकता दी है। GST सुधार इसी सोच का हिस्सा है। “अब GST ज्यादा पारदर्शी और भरोसेमंद बन चुका है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और टैक्स चोरी पर भी लगाम लगेगी,” उन्होंने कहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल टैक्स प्रणाली को सरल बनाएगा बल्कि निवेश को भी बढ़ावा देगा। इससे राज्यों को भी राजस्व के मामले में स्थिरता मिलेगी और लंबे समय में आर्थिक विकास दर तेज होगी।
विपक्ष पर पलटवार
विपक्ष लंबे समय से महंगाई और टैक्सेशन को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर रहा है। कांग्रेस और अन्य दलों का आरोप है कि GST ने छोटे व्यापारियों की परेशानियां बढ़ाई हैं। लेकिन पीएम मोदी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पहले की तुलना में अब हालात कहीं ज्यादा बेहतर हैं।
उन्होंने कहा, “पहले हर कोई टैक्स के जाल में फंसा हुआ था। आज GST ने कारोबारियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए राहत का रास्ता खोल दिया है। विपक्ष को सुधार की अच्छाई को समझने की बजाय केवल आलोचना करना आता है।”
दिवाली और छठ पूजा से पहले “डबल खुशी”
पीएम मोदी ने अपने भाषण में एक बार फिर से लोगों को भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में आर्थिक सुधारों का फायदा हर घर तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले लोगों को खुशियों का “डबल धमाका” मिलेगा।
यह बयान राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि त्योहारी सीजन के ठीक पहले सरकार ने टैक्स में राहत और सरल संरचना का ऐलान किया है। इससे जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाने की उम्मीद है।
कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने GST सुधारों को “नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स” की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि अब टैक्स प्रणाली आम जनता और व्यापारियों दोनों के लिए सहज हो गई है। बच्चों की टॉफियों से लेकर रोजमर्रा की ज़रूरतों तक पर टैक्स बोझ की पुरानी याद दिलाकर उन्होंने विपक्ष पर सीधा प्रहार किया।
सरकार का दावा है कि GST को दो दरों तक सीमित करने से महंगाई पर लगाम लगेगी, कारोबार आसान होगा और भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। वहीं, विपक्ष की आलोचना पर पीएम मोदी का जवाब यह साफ करता है कि 2025 के चुनावी माहौल में भी GST सुधार राजनीति का अहम मुद्दा बना रहेगा।